By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 27, 2019
पुणे। महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि ‘‘शरद पवार की सलाह पर चल रही’’ कांग्रेस नीत सरकार ने करीब एक दशक पहले महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) में घोटाले की जांच की पहली बार शुरुआत की थी। राज्य के वरिष्ठ मंत्री पाटिल ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उन आरोपों से इनकार किया कि राजनीतिक प्रतिशोध के तहत शरद पवार सहित इसके शीर्ष नेताओं का नाम इसमें घसीटा गया है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मामला 2010 का है जब शरद पवार की सलाह पर चलने वाली कांग्रेस- राकांपा सरकार सत्ता में थी।’’
इसे भी पढ़ें: हमें एजेंसी के जरिए डराने की कोशिश करेगा तो वे सफल नहीं होंगे: पवार
पाटिल ने कहा, ‘‘जब तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को कुछ गलत होने का संदेह हुआ तो उन्होंने समिति बनाकर जांच शुरू कराई।’’ उन्होंने कहा कि तब भारतीय रिजर्व बैंक ने सहकारिता बैंक के लिए एक प्रशासक की नियुक्ति की। पाटिल ने कहा, ‘‘इसके बाद कुछ लोगों ने यह कहते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया कि उचित जांच नहीं हुई। अदालत के निर्देश पर हाल में प्राथमिकी दर्ज की गई।’’ उन्होंने पूछा, ‘‘इसलिए यह सवाल कहां उठता है कि राज्य सरकार बदले की भावना से काम कर रही है।’’ पाटिल ने कहा कि ‘‘स्वायत्तशासी एजेंसी’’ प्रवर्तन निदेशालय ने खुद ही मामला दर्ज किया क्योंकि 100 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला हुआ। ईडी ने हाल में खुलासा किया था कि शरद पवार का नाम मामले में सामने आया जिसके बाद राकांपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।