By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 03, 2019
लखनऊ। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर राजधानी में आयोजित ‘‘गांधी संकल्प यात्रा’’ में रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने राष्ट्रपिता और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुये कहा कि दोनों हमारे देश की महान विभूतियां हैं। राजनाथ ने कहा, संयुक्त राष्ट्र में एक सत्र केवल महात्मा गांधी पर था जिसमें अलग अलग देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने अपने विचार रखे। इसी सत्र में देश के प्रधानमंत्री ने भी ऐतिहासिक सम्बोधन दिया था। महात्मा गांधी जी की मान्यता केवल भारत की सीमा तक ही समिति नहीं थी बल्कि उनकी मान्यता पूरी दुनिया में रही है और आज भी पूरी दुनिया उनके विचारों से प्रभावित है।
उन्होंने कहा कि गांधी एक साधारण परिवार से थे। वह कभी किसी बड़े पद पर नहीं रहे। रक्षा मंत्री ने कहा कि वह भारत को अंग्रेजों से आजाद कराना चाहते थे। हमेशा यह विचार करते रहते थे कि आजादी के बाद हमारे सपनों का भारत कैसा होगा? राजनाथ ने कहा कि आज जिस लखनऊ में वह बोल रहे हैं उसी लखनऊ में 1917 में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था। कांग्रेस के अधिवेशन में बिहार के चम्पारण निवासी, आर्यावत के राजकुमार शुक्ल गांधी से मिले और उनसे नील खेतिहरों के लिए लड़ने की अपील की। गांधी ने उनकी बातें सुनी और 1917 में चम्पारण गए। किसानों का दुख जानकर वहां आंदोलन शुरु किया। वहीं पर गांधी ने यह आह्वान किया कि सभी स्वयं को और अपने आसपास स्वच्छता, साफ सफाई का ध्यान रखेंगे। कोई गंदे कपड़े नहीं पहनेगा और न ही गंदा रहेगा, इससे हम स्वस्थ और स्वच्छ रहेंगे।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष में देश को ‘सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त’ बनाने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने कहा, मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधानसभा के सभापति हृदय नारायण दीक्षित एवं राज्य सभा के सभापति को बधाई देना चाहता हूं जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर लगातार 36 घण्टे चलने वाले सत्र का आयोजन कर इतिहास रच रहे हैं।’’