By एकता | Apr 06, 2025
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में राम नवमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस खास दिन के पावन अवसर पर अयोध्या के राम मंदिर में दिव्य नजारा देखने को मिला। राम नवमी के पावन अवसर पर राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला को 'सूर्य तिलक' किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को राम नवमी की बधाई देते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम जीवन में मर्यादित आचरण और हर परिस्थिति में धैर्यवान होकर चुनौतियों से जूझने की प्रेरणा प्रदान करते हैं।
राम लला का सूर्य तिलक
रामनवमी के पावन अवसर पर अयोध्या में एक दिव्य क्षण देखने को मिला, जब सूर्य की किरणों ने भगवान राम के माथे को रोशन किया। भगवान राम का सूर्य तिलक ठीक दोपहर 12 बजे हुआ। दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें रामलला की मूर्ति के माथे पर पड़ीं और एक दिव्य तिलक बना।
सीएम योगी ने राम नवमी की बधाई दी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को रामनवमी की बधाई दी। रामनवमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, 'आज की पावन तिथि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जन्मदिन से भी जुड़ी है। प्रदेश के हर देवालय में अखंड रामायण का पाठ कल से शुरू हुआ है। अयोध्या धाम में भी उत्सव और उमंग का माहौल है। लाखों की संख्या में श्रद्धालुजन प्रभु श्री रामलला के जन्मोत्सव में भाग लेने के लिए अयोध्या धाम पहुंचे हुए हैं। व्यक्तिगत जीवन हो या पारिवारिक जीवन, सार्वजनिक जीवन हो या राष्ट्रीय जीवन, सामाजिक रिश्ते हों या राष्ट्रीय रिश्ते उनका निर्वहन कैसे होना चाहिए इसके लिए मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का उच्च जीवन आदर्श हमें प्रेरणा प्रदान करता है।'
मर्यादा, न्याय और धर्म की विजय का पर्व है राम नवमी
भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में समूचे भारतवर्ष में प्रतिवर्ष चैत्र मास की शुक्ल पक्ष नवमी को अपार श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ रामनवमी का त्यौहार मनाया जाता है, जो इस वर्ष 6 अप्रैल को मनाया जा रहा है। इस दिन श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में उत्सवों का विशेष आयोजन होता है, जिनमें भाग लेने के लिए देशभर से हजारों भक्तगण अयोध्या पहुंचते हैं तथा अयोध्या स्थित सरयू नदी में पवित्र स्नान कर पंचकोसी की परिक्रमा करते हैं। समूची अयोध्या नगरी इस दिन पूरी तरह राममय नजर आती है और हर तरफ भजन-कीर्तनों तथा अखण्ड रामायण के पाठ की गूंज सुनाई पड़ती है। देशभर में अन्य स्थानों पर भी जगह-जगह इस दिन श्रद्धापूर्वक हवन, व्रत, उपवास, यज्ञ, दान-पुण्य आदि विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है।