By अनन्या मिश्रा | Jan 01, 2025
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। लेकिन देवी-देवताओं की मूर्ति घर में विराजमान करने के लिए दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आप घर में गणपति की प्रतिमा को स्थापित करने के लिए वास्तु में बताए दिशा नियमों का पालन कर सकते हैं। माना जाता है कि शुभ दिशा में गणपति की मूर्ति विराजमान करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और तिजोरी हमेशा धन से भरी रहती है।
इस दिशा में रखें गणपति की मूर्ति
बहुत साले लोग नए साल के पहले दिन घर में भगवान गणेश की प्रतिमा लाते हैं। ऐसे अगर आप भी नए साल पर भगवान गणेश की मूर्ति को विराजमान करना चाहते हैं, तो वास्तु के मुताबिक उत्तर-पूर्व दिशा में भगवान गणेश की प्रतिमा को विराजमान करना चाहिए। इससे परिवार के सभी सदस्यों को भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होगी।
किस दिशा में नहीं रखनी चाहिए मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में भगवान गणपति की मूर्ति को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। इस दिशा में गणेश जी की मूर्ति रखने से व्यक्ति को पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है।
नए साल पर घर लाएं बप्पा की ऐसी मूर्ति
अगर आप भी नए साल के पहले दिन घर पर बप्पा की मूर्ति ला रहे हैं, तो प्रतिमा लेने से पहले यह जरूर जान लें कि किस तरह की मूर्ति को घर लाना शुभ होता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक ललितासन में बैठे हुए गणपति की प्रतिमा काफी शुभ मानी जाती है। धार्मिक मान्यता है कि यह मुद्रा शांत और शांति का प्रतिनिधित्व करती है।
भूलकर भी न करें ये गलती
बता दें कि जिस भी जगह पर गणपति की प्रतिमा को विराजमान कर रहे हैं, उस स्थान और आसपास गंदगी न रखें। क्योंकि ध्यान रखें कि गंदगी वाली जगहों पर कभी देवी-देवताओं का वास नहीं होता है।
इसके भूलकर भी मंदिर के पास कूड़ेदान या शौचालय आदि भी नहीं होना चाहिए।