By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 07, 2019
नयी दिल्ली। भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसकी ओर से पिछले सप्ताह जारी नया मानचित्र उसके संप्रभु क्षेत्र को सटीक दर्शाया गया है और इसमें किसी भी तरह से नेपाल के साथ उसकी सीमा को बदला नहीं गया है। नेपाल ने एक दिन पहले ही कालापानी क्षेत्र को कथित तौर पर भारतीय क्षेत्र के तौर पर दिखाए जाने पर आपत्ति जतायी थी।
नेपाल सरकार ने बुधवार को स्पष्ट किया था कि देश के सुदूर पश्चिम स्थित कालापानी क्षेत्र नेपाली सीमा के भीतर स्थित है। भारत सरकार ने शनिवार को भारत का नया मानचित्र जारी किया था जिसमें नवगठित केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दिखाया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारा मानचित्र भारत के संप्रभु क्षेत्र को सटीक दर्शाता है। नये मानचित्र में किसी भी तरह से नेपाल के साथ हमारी सीमा में बदलाव नहीं किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नेपाल के साथ सीमा का चित्रण करने की कवायद मौजूदा तंत्र के तहत चल रही है। हम अपने नजदीकी और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों की भावना के अनुरूप बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।’’
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विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके साथ ही दोनों देशों को उन निहित स्वार्थी तत्वों के प्रति सतर्क रहना चाहिए जो दोनों देशों के बीच मतभेद उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे हैं। भारत सरकार की ओर से जारी नये मानचित्रों में पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर नवगठित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर का हिस्सा है जबकि गिलगित बाल्तिस्तान केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का हिस्सा है। नेपाल सरकार ने कहा कि मीडिया की इन खबरों ने उसका ध्यान आकृष्ट किया कि कालापानी क्षेत्र को भारत के नये मानचित्र में शामिल किया गया है। नेपाली विदेश मंत्रालय ने कहा था कि नेपाल सरकार स्पष्ट है कि कालापानी नेपाली क्षेत्र में आता है।