By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 21, 2021
चंडीगढ़ । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने स्वयं ओएमआर शीट्स को जांच के लिए पुलिस को भेजा है। राज्य चौकसी ब्यूरो ने कोई जांच नहीं की है और एचएसएससी द्वारा विजिलेंस ब्यूरो को कोई दस्तावेज/ ओएमआर शीट नहीं दी गई थी। हालांकि एचएसएससी ने 16 जुलाई 2021 से 26 सितम्बर 2021 तक की अवधि के दौरान आयोजित परीक्षाओं में उम्मीदवारों द्वारा खाली छोड़ी गई ओएमआर शीट की एक सूची स्वयं तैयार की है और इस सूची को इस मामले की जांच करने के लिए पुलिस महानिदेशक, हरियाणा को भेजा गया। इन उम्मीदवारों ने विभिन्न पदों की परीक्षाओं के दौरान अपनी ओएमआर शीट खाली क्यों छोड़ी और यह भी पता लगाने के लिए कि एक ही प्रश्न हल किए बिना ओएमआर शीट को खाली रखने के लिए उम्मीदवारों को गुमराह करने वाले व्यक्ति कौन हैं। मुख्यमंत्री ने एग्जॉम से लेकर परिणाम आने तक की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से बताया।
मुख्यमंत्री ने स्थगन प्रस्ताव पर विपक्ष को करारा जवाब देते हुए उल्टा उन्हें ही घेरा और बताया कि पूर्व की सरकारों में कई भर्तियां हाईकोर्ट द्वारा भी रद्द की गई। कांग्रेस कार्यकाल में हुई एचसीएस पद की भर्ती में भाई-भतीजावाद की खबरें खूब सुर्खियों में थी। बवंडर तब मचा था जब चयनित 25 एचसीएस में से किसी न किसी मंत्री या नेता के साथ कनेक्शन था।
मनोहर लाल ने सदन में जवाब देते हुए कहा कि जब अधिकतर सदस्यों ने मेरी ईमानदारी पर भरोसा जताया है तो वह भरोसा पूरा बनाए रखें। इस मामले की जांच पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से पूर्ण कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में केवल योग्यता के आधार पर बिना पर्ची खर्ची के भर्ती यूं ही जारी रहेगी।