By टीम प्रभासाक्षी | Feb 15, 2022
कोरोना वायरस के मामलों में थोड़ी कमी जरूर देखी गई है लेकिन इसका खतरा अभी बरकरार है। कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन का असर फिलहाल कम होता नजर नहीं आ रहा है। इसके लक्षण बहुत ही हल्के हैं लेकिन यह बहुत तेजी से फैल रहा है। इसके लक्षणों में भी तेजी से बदलाव हो रहे हैं। ओमिक्रॉन में सामान्य सर्दी फ्लू के लक्षण मिलते हैं इसलिए कभी-कभी संक्रमण को पहचानना मुश्किल हो जाता है, और इलाज में देरी होती है।
ओमिक्रॉन के समान्य लक्षण बढ़ते जा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इसके मरीजों को अब मांसपेशियों में दर्द और जकड़न हो सकती है। दक्षिण अफ्रीका में डॉक्टरों के मुताबिक, पहली बार जब ओमिक्रॉन के मामले सामने आए थे, जब मरीजों में मांसपेशियों में दर्द की बात भी सामने आई थी। विश्व भर में बढ़ते कोरोना के इस नए वेरिएंट के मामलों में मरीजों को गंभीर मांसपेशियों में दर्द के साथ हल के लक्षण जैसे शरीर में दर्द, सीने में दर्द पीठ दर्द और थकान महसूस हुई।
आंकड़ों के मुताबिक, ओमिक्रोन के ज्यादातर मामलों में सांस की समस्या नहीं होती है। एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि अगर आपको सर्दी खांसी के साथ पैर दर्द दिया बदन दर्द महसूस हो रहा है तो आप तुरंत जांच कराइए। ओमिक्रॉन संक्रमण के दौरान शरीर के दो हिस्सों पैर और कंधे में सबसे ज्यादा दर्द होता है। UK Zoe Covid Study App के मुताबिक बीते 2 सालों में देखा गया है कि कोरोना संक्रमण शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। अगर बात ओमिक्रॉन की करें तो इसमें मरीजों के पैर और कंधे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
ओमिक्रॉन की वजह से होने वाला दर्द कई तरह से सामने आ सकता है। इससे कुछ मरीज अपने पैरों में सुन्नता या पैरों में कमजोरी महसूस कर सकते हैं। कंधों के मामले में, मरीजों को ज्यादातर दर्द, जकड़न और सुन्नता महसूस हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि वायरस जब मुस्कुलोस्केलेटल सिस्टम को प्रभावित करता है, तो यह आमतौर पर मांसपेशियों, जोड़ों और हड्डियों को प्रभावित करता है, जिससे दर्द महसूस होता है। ओमिक्रॉन के मामले में शरीर में आम दर्द होता है। लेकिन इसे वायरल संक्रमण के शीर्ष 5 लक्षणों के रूप में नहीं माना जाता है।