By अंकित सिंह | Nov 08, 2024
जम्मू-कश्मीर में आतंकी-संबंधी घटनाओं में हालिया वृद्धि ने चिंता बढ़ा दी है। यह सवाल उठ रहा है कि उमर अब्दुल्ला की सरकार बनने के बाद आखिर इन घटनाओं में वृद्धि क्यों हो गई है। इन सबके बीत सीएम उमर अब्दुल्ला ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार को कई जिम्मेदारियां दी गई हैं लेकिन एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी कानून व्यवस्था बनाए रखना, उग्रवाद, आतंक और हिंसा के खिलाफ नीति योजना तैयार करना है, यह जिम्मेदारी सरकार की नहीं है। स्थिति को शून्य में सामान्य नहीं किया जा सकता।
उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि इस मामले में जम्मू-कश्मीर एलजी की सरकार और प्रशासन करीबी समन्वय में हैं। किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि सरकार और पुलिस के बीच किसी तरह का टकराव या भ्रम है। मैं जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय बलों और अन्य सुरक्षा बलों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सरकार स्थिति को सामान्य रखने और यहां शांति स्थापित करने में पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम जम्मू-कश्मीर में स्थिति को अच्छा रखें ताकि हम हमने यहां विकास और प्रगति का नया युग शुरू करने का जो वादा लोगों से किया था, उसे पूरा करें।
एनसी नेता ने कहा कि मैं ट्विटर पर बहुत कुछ लिखता हूं लेकिन पढ़ता बिल्कुल नहीं हूं। मुझे फेसबुक देखने की आदत नहीं है और मैं अपने पिता से केवल व्हाट्सएप पर ही सुनता हूं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि हमारा एजेंडा व्हाट्सएप, फेसबुक या ट्विटर से तय नहीं होगा। हमारा एजेंडा जम्मू-कश्मीर के लोग तय करेंगे। उन्होंने कहा कि भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इसमें तेजी भी लाई जाएगी। यहां कुछ सदस्यों ने कुछ सुझाव दिये, जिन पर हम बाद में गौर करेंगे। बिजली को लेकर जनता से किए गए हमारे वादों का जिक्र किया गया है और उसे भी जल्द ही लागू किया जाएगा। लोगों को गैस सिलेंडर देने और राशन स्केल बढ़ाने का वादा भी जल्द ही लोगों के सामने रखा जाएगा।