By अंकित सिंह | Jun 05, 2023
ओडिशा के बालासोर में भयंकर ट्रेन हादसे ने पूरे देश भर के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में 275 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है जबकि 1100 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। फिलहाल राहत और बचाव कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा मृत व्यक्तियों के शव को पहचान के बाद उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है। लेकिन अभी तक सिर्फ 170 मृतकों के ही शव की पहचान हो सकी है। अभी भी ऐसे बहुत सारे शव हैं जिनका पहचान करना बाकी है। इसके अलावा 950 से ज्यादा घायल अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं।
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि 950 से ज़्यादा लोग डिस्चार्ज हो चुके हैं, अभी तक 170 मृतकों की शिनाख्त हो चुकी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मृतकों को भेजने में हम परिवारों की मदद कर रहे हैं। अभी कुल मृतकों का आंकड़ा 275 ही है हम पूरी प्रक्रिया के बाद मृतकों का अंतिम आंकड़ा बताएंगे। मृतकों की संख्या में हेरफेर के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार पारदर्शिता में विश्वास रखती है। जेना ने कहा कि दुर्घटनास्थल पर शुरुआत से ही मीडियाकर्मी मौजूद हैं। सब कुछ कैमरों के सामने हो रहा है।
दक्षिण पूर्व रेलवे के CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने कहा कि कुछ जगहों पर गलत खबर चल रही है कि रेलकर्मी भाग गए हैं ऐसा कुछ नहीं है सभी कर्मचारी हमसे संपर्क में हैं। रेलकर्मियों के गलत नाम चलाए जा रहे हैं वैसा कुछ नहीं है। जो भी जानकारी रेलवे द्वारा जी जा रही है वे ही सही है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) आदित्य चौधरी ने बताया कि लोको पायलट के मृत होने की खबर भी चल रही है पर ऐसा कुछ नहीं उनका इलाज AIIMS भुवनेश्वर में चल रहा है। वे खतरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि दोनों चालकों की हालत स्थिर है, जबकि मोहंती को सोमवार को आईसीयू से बाहर लाया गया। दोनों ट्रेन चालकों के परिवारों ने सभी से उनकी निजता का सम्मान करने की अपील की है और उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ होने देने का अनुरोध किया है। उन्होंने दावा किया कि दोनों ट्रेन चालकों को दुर्घटना के लिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि वे रेल नियमों के अनुसार ट्रेन चला रहे थे।