NT Rama Rao Death Anniversary: सिनेमा की दुनिया के मसीहा थे एन टी रामा राव, जानिए कुछ अनसुने किस्से

By अनन्या मिश्रा | Jan 18, 2024

तेलगु फिल्मों के फेमस हीरो एनटी रामा राव आंध्र प्रदेश की राजनीति का चमकता सितारा थे। एनटी रामा राव तेलुगुदेशम के नाम से नई राजनीतिक पार्टी बनाई थी। वहीं साल 1984 में भारी बहुमत से जीत हासिल कर उन्होंने आंध्र प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी। आज ही के दिन यानी की 18 जनवरी को एनटी रामा राव का निधन हो गया था। उन्होंने कुछ ही सालों में दक्षिण भारत के शीर्ष नेताओं में अपनी जगह बना ली थी। आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर एनटी रामा राव के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...


जन्म और शिक्षा

आंध्र प्रदेश के एक छोटे से गांव में 28 मई 1923 को एनटी रामा राव का जन्म हुआ था। उनके माता-पिता किसान थे। बाद में उनके मामा ने एनटी रामा राव को गोद ले लिया था। वहीं जिस साल देश आजाद हुआ, उसी दौरान उनको मद्रास सर्विस कमीशन में सब रजिस्ट्रार की बढ़िया नौकरी मिली। लेकिन एक्टिंग में रुचि होने के कारण उन्होंने सिर्फ 3 हफ्तों के अंदर नौकरी छोड़ दी। बताया जाता है कि एनटीआर को स्कूल के दिनों से एक्टिंग में रुचि थी। स्कूल में अपने पहले प्ले में एनटीआर ने महिला का रोल प्ले किया था। 

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फिल्में

आपको बता दें कि साल 1949 में उनको पहली फिल्म देशम में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म में एनटीआर ने पुलिस अफसर की भूमिका निभाई थी। वहीं उनके द्वारा की गई ज्यादातर फिल्में धर्म आधारिक थीं। इस बात का अंदाजा आप इससे भी लगा सकते हैं कि एनटीआर ने 17 फिल्मों में श्रीकृष्ण का किरदार निभाया था।


राजनीति

एनटीआर के बारे में एक वाकया जो सबसे ज्यादा फेमस हुआ। जब साल 1984 में राज्यपाल रामलाल ने उनकी सरकार को गिराकर अल्पमत की सरकार बनाई। जिसके बाद एनटी रामा राव ने राष्ट्रपति जैल सिंह के साथ उन्होंने विधायकों को मिलाने का फैसला किया। तब राष्ट्रपति जैल सिंह ने उनको समय दे दिया। उस दौरान अतिरिक्त जहाजों की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इसलिए विधायकों का समूह ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुआ।


इस घटना से दिल्ली की हुकूमत काफी ज्यादा विचलित हो गई थी। इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि ट्रेन की स्पीड घटाकर 20 किमी प्रति घंटा कर दी गई थी। इसलिए ट्रेन दिल्ली 10 घंटे की देरी से पहुंची थी। तब तक राष्ट्रपति से मुलाकात का समय निकल चुका था। लेकिन राष्ट्रपति को प्रेस के दवाब में एनटीआर और उनके 150 से ज्यादा विधायकों से मिलना पड़ा। वहीं खुद व्हीलचेयर पर बैठकर एनटीआर राष्ट्रपति भवन गए। जिसके बाद रामलाल को इस्तीफा देना पड़ा और एक फिर एनटीआर राज्य के मुख्यमंत्री बने।


परिवार

एनटी रामा राव ने दो विवाह किए थे। साल 1942 में उन्होंने पहली बार अपने मामा की बेटी से शादी की थी। एनटी रामा राव के 12 बच्चे थे। जिनमें 8 बेटे और 4 बेटियां थीं। साल 1993 में 70 साल की उम्र में उन्होंने तेलुगु लेखक 'लक्ष्मी पार्वती' से शादी की। हांलाकि एनटीआर के परिवार वालों ने लक्ष्मी पार्वती को कभी स्वीकार नहीं किया था।


तीन बार बने CM

एनटीआर इतने ज्यादा फेमस थे कि लोग उनको देवता तुल्य मानते थे। एनटीआर की फिल्मों की तरह उनकी राजनीति भी काफी पॉपुलर रही। साल 1983 से लेकर 1994 तक वह तीन बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद जब पूरे देश में कांग्रेस की लहर थी। तब भी आंध्र प्रदेश को कांग्रेस नहीं जीत पाई थी। 


मौत

लोकप्रित अभिनेता से लोकप्रिय नेता बने एनटी रामा राव की 18 जनवरी 1996 को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उनके निधन से न सिर्फ फिल्म जगत बल्कि राजनीतिक जगत में भी शोक की लहर थी।

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