By अनुराग गुप्ता | Nov 20, 2019
नयी दिल्ली। राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) मुद्दे पर विपक्ष को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि एनआरसी में धर्म के आधार पर लोगों को बाहर करने का कोई प्रावधान नहीं है। सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल अलग है।
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उन्होंने कहा कि एनआरसी के आधार पर नागरिकता की पहचान सुनिश्चित की जाएगी और इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा कि भारत के सभी नागरिक चाहे वे किसी भी धर्म के हों, NRC सूची में शामिल होंगे। एनआरसी एक अलग प्रकिया है और नागरिकता संशोधन विधेयक अलग है।