By अनुराग गुप्ता | Aug 10, 2022
नयी दिल्ली। एनडीए के साथ रिश्ता समाप्त करने के बाद जदयू नेता नीतीश कुमार ने बुधवार को आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद उन्होंने इशारों-इशारों में मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि जो 2014 में आए वो 2024 के बाद रह पाएंगे या नहीं ? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि 2024 के लिए सभी (विपक्ष) एकजुट हों। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता उन पर हमलावर हैं।
नीतीश का PM बनने का सपना है बहुत पुराना
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री बनने का सपना देखा था और पूरे देश में घुम-घुमकर लोगों से मुलाकात की थी। अब उन्हीं लोगों को लेकर नीतीश बाबू भी प्रधानमंत्री बनने चले हैं, ये उनका बहुत पुराना सपना है। उन्होंने कहा कि अब लड़ाई तो नीतीश कुमार और ममता बनर्जी में होगी की दूसरे स्थान पर कौन रहता है? जितनी लड़ाई बढ़ेगी, भाजपा उतनी ही मजबूत होगी।
जबकि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि आप कैसे गारंटी दे सकते हैं कि नीतीश कुमार 6-8 महीने बाद इस गठबंधन को नहीं छोड़ेंगे। वो सबसे अप्रत्याशित व्यक्ति हैं। हमने भी राजनीतिक दल बदला है लेकिन हमने उनकी तरह नहीं बदला है। हर 6 महीने में पार्टी बदलने वालों के लिए वे 'मार्गदर्शक' हैं।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी दलों का प्रतिनिधित्व करने की चाहत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) तक रखते हैं। इसके लिए इन तमाम नेताओं ने समय-समय पर गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात भी की और ममता बनर्जी, केसीआर जैसे नेता प्रधानमंत्री मोदी पर समय-समय पर निशाना भी साधते रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए एक और नाम जुड़ गया है लेकिन नीतीश कुमार बार-बार कह रहे हैं कि वो ऐसे किसी भी पद के दावेदार नहीं हैं।