By अंकित सिंह | Feb 01, 2022
रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना में महिला लड़ाकू पायलटों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, अब वायु सेना में महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल करने की एक्सपेरिमेंटल योजना को स्थायी योजना में बदल दिया गया है। खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। अपने ट्वीट के साथ रक्षा मंत्री ने कहा कि यह फैसला भारत की नारी शक्ति की क्षमता और महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रक्षा मंत्रालय का यह फैसला बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में आने वाले समय में सरकार का यह कदम महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी ने 2018 में अकेले लड़ाकू विमान उड़ाकर पहली भारतीय महिला बनने का गौरव हासिल किया था। उन्होंने अपनी पहली एकल उड़ान में मिग-21 बाइसन उड़ाया था। नौसेना ने 2020 में डोर्नियर समुद्री विमान मिशन पर महिला पायलटों के अपने पहले समूह को तैनात करने की घोषणा की थी। सेना ने 2019 में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए महिलाओं को सैन्य पुलिस में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की थी।