By अंकित सिंह | Apr 12, 2023
राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। हालांकि, सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के लिए सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट आमने-सामने हैं। सचिन पायलट ने पूर्व की वसुंधरा राजे सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर मंगलवार को उपवास किया था। इसे अशोक गहलोत के खिलाफ माना गया था। दावा किया जा रहा है कि सचिन पायलट के इस कदम से कांग्रेस आलाकमान नाराज हैं। इन सबके बीच पार्टी के राजस्थान इंचार्ज सुखजिंदर सिंह रंधावा का एक बयान भी सामने आया है। रंधावा के इस बयान से साफ तौर पर पता लग रहा है कि कहीं ना कहीं आलाकमान सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन की तैयारी में है। आज सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात भी की है। यह मुलाकात करीब आधे घंटे तक हुई है।
पूरे विवाद को लेकर सुखजिंदर सिंह रंधावा का एक बयान सामने आया है। उन्होंने मैं सचिन पायलट द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दे से सहमत हूं लेकिन जिस तरह से उन्होंने इसे उठाया वह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें विधानसभा सत्र के दौरान इसे उठाना चाहिए था... आज (सचिन पायलट से चर्चा) आधा घंटा हुआ और हम कल भी बात करेंगे। इसके साथ ही रंधावा ने कहा कि मैं सभी चीजों का विश्लेषण करूंगा और एक रिपोर्ट तैयार करूंगा कि गलती किसकी है। कार्रवाई पहले भी होनी चाहिए थी लेकिन नहीं हुई लेकिन इस बार कार्रवाई होगी।पायलट बुधवार सुबह दिल्ली पहुंचे है। पायलट के करीबी सूत्रों ने बताया कि फिलहाल पार्टी नेतृत्व के साथ मुलाकात का कोई कार्यक्रम तय नहीं है।
इसी को लेकर आज अशोक गहलोत से सवाल पूछा गया। अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के अनशन को हल्के में लिया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमारा लक्ष्य फिलहाल लोगों को महंगाई से राहत दिलाना है। इसके अलावा ध्यान ना कहीं है और ना ही कहीं जाता है। गहलोत के इस बयान से साफ तौर पर जाहिर हो रहा है कि वह सचिन पायलट के उपवास को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।