बस्ती। उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने ‘तीन तलाक’ के मुद्दे पर कहा है कि मुस्लिम बेवजह पत्नियों को तलाक देते हैं और हवस को पूरा करने के लिए ‘तीन तलाक’ के जरिए पत्नियां बदलते रहने का काम किया जा रहा है। उनकी इस टिप्पणी पर मुस्लिम धर्मगुरु खालिद राशिद फरंगी महली और अखिल भारतीय मुस्लिम महिला पर्सनल ला बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
मौर्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस मुददे पर भाजपा मुस्लिम महिलाओं के साथ खड़ी है। तीन बार तलाक बोलकर पति अपनी ही पत्नी एवं बच्चों को सड़क पर भीख मांगने के लिये छोड़ देते हैं।’’ उन्होंने कहा कि मुस्लिम बिना कारण, बेवजह और मनमाने तरीके से अपनी पत्नियों को तलाक दे देते हैं। तलाक देकर वह अपनी हवस को पूरा करने का काम कर रहे हैं। तलाक का कोई आधार नहीं होता। अपनी हवस को पूरा करने के लिए इसके जरिए लगातार पत्नियां बदलते रहने का काम किया जा रहा है।
मौर्य के बयान पर मुस्लिम धर्मगुरु खालिद राशिद फरंगी महली ने कहा कि मौर्य को अपने बयान के लिए बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। अखिल भारतीय मुस्लिम महिला पर्सनल ला बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने इस बयान को ‘शर्मनाक’ करार देते हुए कहा कि मौर्य को पागलखाने में भर्ती कराना चाहिए क्योंकि उन्होंने मुस्लिमों के सम्मान को धक्का पहुंचाया है।
उधर बसपा सुप्रीमो मायावती के ईवीएम में गड़बड़ी संबंधी आरोपों पर मौर्य ने कहा है कि मायावती हार से बौखलाकर इस तरह का बयान दे रही हैं। ‘‘अपनी हार से बौखला कर वह इस तरह का बयान दे रही हैं।’’ मायावती पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने बसपा छोड़ी थी तो मायावती ने कहा था कि जो बसपा छोड़कर जाता है, उसकी राजनीति समाप्त हो जाती है। मगर मैंने भी बसपा छोड़ते समय कसम खायी थी कि मैं मायावती को राजनीति सिखा कर ही दम लूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसी कसम के साथ मैंने उत्तर प्रदेश में मायावती की राजनीति समाप्त की और उन्हें राज्यसभा और लोकसभा दोनों का सदस्य बनने लायक नहीं छोड़ा।’’