By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 01, 2024
सियोल । उत्तर कोरिया ने परीक्षण की गई अपनी नयी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का ब्योरा देते हुए उसे ‘‘दुनिया की सबसे शक्तिशाली’’ मिसाइल बताया। बाहरी देशों के विशेषज्ञों ने इस दावे को उत्तर कोरिया का दुष्प्रचार माना। उत्तर कोरिया का यह परीक्षण उसके हथियार भंडार बनाने के प्रयास में प्रगति को दर्शाता है। उत्तर कोरिया ने बृहस्पतिवार को जिस मिसाइल का परीक्षण किया, वह देश द्वारा अब तक परीक्षण किए गए किसी भी अन्य हथियार की तुलना में अधिक ऊंचाई पर उड़ी और अधिक समय तक हवा में रही।
इससे संकेत मिलता है कि उत्तर कोरिया ने परमाणु-संपन्न अन्तरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) को बनाने में प्रगति हासिल कर ली है जो अमेरिकी मुख्य भूमि तक पहुंचने में सक्षम है। लेकिन विदेशी विशेषज्ञों का आकलन है कि इस तरह के कार्यशील आईसीबीएम को प्राप्त करने से पहले देश को अब भी कुछ तकनीकी मुद्दों पर महारत हासिल करनी होगी।
शुक्रवार को उत्तर कोरिया की कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने इस मिसाइल की पहचान ‘‘ह्वासोंग-19’’ आईसीबीएम के रूप में की और इसे ‘‘दुनिया की सबसे मजबूत रणनीतिक मिसाइल’’ तथा ‘‘परिष्कृत हथियार प्रणाली’’ बताया। केसीएनए ने बताया कि देश के नेता किम जोंग उन ने मिसाइल परीक्षण को देखा और उत्तर कोरिया की ‘‘अद्वितीय रणनीतिक परमाणु हमले की क्षमता’’ का प्रदर्शन करने के लिए हथियार वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया।