नयी दिल्ली। एनएलसी इंडिया लि. की विदेशों में कोयला खानों के अधिग्रहण की कोई योजना नहीं है क्योंकि सरकार की तरफ से आबंटित तीन ब्लाक उसके बिजली संयंत्रों की ईंधन जरूरतों को पूरा करने के लिये पर्याप्त है। एनएलसी इंडिया लि. के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एसके आचार्य ने कहा, ‘‘हमारी विदेशों में कोयला ब्लाक के अधिग्रहण की कोई योजना नहीं है क्योंकि उसे आबंटित तीन कोयला ब्लाक बिजली संयंत्रों के लिये जरूरी ईंधन की जरूरतों को पूरा करने के लिये काफी है। कंपनी को दो ब्लाक ओड़िशा में एक झारखंड में आबंटित किये गये हैं।’’
कंपनी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ मिशन के अनुरूप उसे आबंटित ब्लाक पर ध्यान देगी।एनएलसी का कोयला आधारित 1,000 मेगावाट क्षमता का बिजलीघर चल रहा है जबकि 2,000 मेगावाट क्षमता का संयंत्र निर्माणधीन है। वहीं करीब 4,000 मेगावाट की योजना बन रही है। उन्होंने कहा कि करीब दो साल पहले हमने विदेश में अधिग्रहण की व्यवहार्यता का पता लगाने के लिये रुचि पत्र आमंत्रित किया था लेकिन अब हम इस पर नहीं सोच रहे।एनएलसी इंडिया का मुख्य काम कोयला और लिग्नाइट का खनन तथा तापीय एवं नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत से बिजली उत्पादन है।