By अंकित सिंह | Sep 25, 2024
पीडीपी अध्यक्ष महब्बोबा मुफ्ती आरएस पुरा में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी सबसे ज्यादा है। पहले कोई अपराध नहीं होता था लेकिन अब स्थिति बदल गयी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह आपको तय करना है कि आप इससे कैसे बाहर निकलना चाहते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर डॉक्टर हमें अच्छा इलाज नहीं दे रहा है तो हमें उसे बदल देना चाहिए।
मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन परिवारों वाली टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि जब नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने पाकिस्तान में शामिल होने की बात की थी, तो वह मुफ्ती मोहम्मद सईद ही थे जिन्होंने कश्मीर में भारतीय ध्वज को ऊंचा उठाया था। उन्होंने कहा कि सरकार धर्मनिरपेक्ष होगी और पीडीपी के बिना जम्मू-कश्मीर में कोई सरकार नहीं बनेगी। दक्षिण कश्मीर में हुए (पहले चरण के) चुनाव में पीडीपी नंबर एक पार्टी बनकर उभर रही है।
तीन परिवारों - गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों को राष्ट्र-विरोधी और आतंकवाद के उद्भव के लिए जिम्मेदार बताने वाले मोदी के बयान की आलोचना करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के बड़े नेता यहां आते हैं। प्रधानमंत्री आते हैं, गृह मंत्री आते हैं, लेकिन वे केवल हमारा विरोध करते हैं। उनके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है। वे किसका विरोध कर रहे हैं? मुफ्ती मोहम्मद सईद की पार्टी, वही व्यक्ति है जिसने 1960 के दशक से कश्मीर में भारत का झंडा ऊंचा किया है।
मुफ्ती ने आगे कहा कि क्या वे भूल गए हैं कि राम माधव ने दो महीने तक हमारे दरवाजे खटखटाए और हमारे साथ सरकार बनाने के लिए कहा और कहा कि हम कोई भी शर्त रख सकते हैं। और हमने उन शर्तों पर सरकार बनाई। उन्होंने कहा कि मुफ्ती साहब ने जम्मू-कश्मीर में तीन साल से अधिक समय तक सरकार चलाई, और उस युग को स्वर्ण काल कहा जाता है। हमने जम्मू को एक सांसद दिया, हमने जम्मू को एक एमएलसी दिया, हमने जम्मू को एक विधायक दिया। किस पार्टी ने ऐसा किया है?