By निधि अविनाश | Jan 22, 2022
लगातार दूसरे साल, 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कोई विदेशी गणमान्य व्यक्ति शामिल नहीं हो पाएगा। मीडिया रिपोर्ट के सूत्रों के मुताबिक, इस साल भी गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में कोई विदेशी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार का प्रमुख शामिल नहीं होगा। गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कोई विदेशी नेता नहीं होगा, लेकिन एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जनवरी को आभासी प्रारूप में पहले भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। भारत में कोरोना की तीसरी लहर इसकी बड़ी वजह बताई जा रही है जिसके कारण आयोजकों को ऐसा फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मेहमानों की कम संख्या
बता दें कि बुधवार को राजपथ पर परेड में शामिल होने वालों की संख्या भी कम कर दी गई है। 2021 में गणतंत्र दिवस परेड में 25,000 मेहमानों के स्थान पर, केवल 5,000 से 8,000 लोगों को ही इस कार्यक्रम को व्यक्तिगत रूप से देखने की अनुमति थी। वहीं 2020 में गणतंत्र दिवस परेड में लगभग 1.25 लाख लोग शामिल हुए थे। इस साल, कुछ सीटें निर्माण श्रमिकों, अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य के लिए आरक्षित की गई है।।
टीकाकरण अवश्य करें
जिन्होंने दो वैक्सीन ली है और 15 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे, जिन्होंने कोविड -19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक ली है, को प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी साथ ही 15 साल से कम उम्र के बच्चों को इस कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि इस साल कम लोगों को आमंत्रित करने का उद्देश्य COVID-19 महामारी के कारण हर समय सामाजिक दूरी बनाए रखना है। इस साल गणतंत्र दिवस परेड सामान्य 10:00 बजे से आधे घंटे बाद 10:30 बजे शुरू होगी। इस साल राजपथ पर पेंटिंग स्क्रॉल का प्रदर्शन और औषधीय पौधों के बीज वाली परेड के लिए निमंत्रण कार्ड सहित कई दिलचस्प चीजें दिखाई जाएगी।अधिकारियों के मुताबिक, अब से सभी गणतंत्र दिवस समारोह हर साल 23 जनवरी से शुरू होंगे क्योंकि इस दिन स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती होती है।