By अनुराग गुप्ता | Jul 17, 2020
लद्दाख। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में एक अग्रिम सैन्य ठिकाने से चीन को सख्त संदेश देते हुए कहा कि दुनिया में कोई भी ताकत भारत से जमीन नहीं छीन सकती है। उन्होंने कहा कि इस समय सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत का दौर चल रहा है। जो कुछ अब तक की प्रगति हुई है बातचीत की, मामला हल होना चाहिए लेकिन कहां तक हल होगा इसकी अभी मैं कोई गारंटी नहीं दे सकता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं इतना जरूर यकीन दिला सकता हूं कि दुनिया में कोई भी ताकत भारत से जमीन नहीं छीन सकती। 15 जून को गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुए झड़गे के एक माह बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने 20 जवानों की शहादत का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा कि हम जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
दो दिवसीय लद्दाख दौर पर लेह पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सबसे पहले स्टाकना गए, जहां पर उन्होंने सुरक्षाकर्मियों की पैरा ड्रापिंग देखी। इस दौरान वह स्कूपिंग हथियारों के गवाह भी बने। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और थलसेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे की मौजूदगी में अभ्यास सत्र में पैरा कमांडो ने अपनी तैयारियों का खांका पेश किया। इस दौरान भारतीय सेना के टी-90 टैंक ने अपनी ताकत पेश करते हुए यह संदेश दिया कि वह हर स्थितियों से निपटने में सक्षम हैं।