By अंकित सिंह | Aug 10, 2022
बिहार में एक बार फिर से नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। वह आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। इस बार उनके साथ राजद नेता तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। राजभवन में यह शपथ ग्रहण समारोह हुआ जहां राज्यपाल फागू चौहान ने दोनों नेताओं को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। इस दौरान जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल के बड़े नेता मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, जीतन राम मांझी, तेज प्रताप यादव जैसे नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। हालांकि, आज सिर्फ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने ही शपथ ग्रहण किया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
आपको बता दें कि मंगलवार को नीतीश कुमार ने एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया था। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था। शाम को उन्हें जदयू, राजद और कांग्रेस गठबंधन का नेता चुना गया था। इसके बाद 160 से ज्यादा विधायकों का समर्थन लेकर नीतीश ने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था। 2020 में नीतीश कुमार ने एनडीए में रहते हुए चुनाव लड़ा था। उस समय नीतीश कुमार को सिर्फ 43 सीटें ही मिली थी। बावजूद इसके भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। हालांकि, दोनों दलों के बीच रिश्तो में लगातार टकराव की खबर थी। इसके बाद आखिरकार यह रिश्ता खत्म हो गया। जदयू का आरोप है कि भाजपा ने उनकी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश की थी।
इससे पहले जब महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी तो उस दौरान नीतीश कुमार ने कहा था कि 2017 में जो कुछ हुआ उसे भूल जाइए और अपने अध्याय शुरू करते हैं। दरअसल, 2017 में भी नीतीश कुमार पाला बदल चुके हैं। उस वक्त उन्होंने राजद का साथ छोड़ा था और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। नीतीश और जदयू के आरोपों पर सुशील मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि भाजपा किसी को नहीं तोड़ती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आज तक किसी को धोखा नहीं दिया है। हमने नीतीश को एक बार नहीं पांच बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। 17 साल का हमारा संबंध था, लेकिन आपने दोनों बार एक झटके में तोड़ दिया।