By अनुराग गुप्ता | Aug 09, 2022
पटना। बिहार में राजनीति का नया अध्याय लिखा जा रहा है। जदयू और भाजपा की राहें जुदा हो गई हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्यपाल फागु चौहान से राजभवन में मुलाकात की। इस दौरान नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा है। इसके साथ ही उन्होंने राज्यपाल के सामने नई सरकार बनाने का दावा भी पेश किया है। जिसमें उन्होंने 160 विधायकों के समर्थन का दावा किया।
राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद जदयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि हमने एनडीए छोड़ दिया। सभी सांसदों और विधायकों की सहमति के बाद हमने एनडीए छोड़ा है। हालांकि उन्होंने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर पूछे गए सवाल पर चुप्पी साध ली।
जदयू-भाजपा गठबंधन टूटा
बिहार में राजनीति का नया अध्याय लिखा जा रहा है। नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया है। जदयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के ट्वीट के बाद राजनीति गर्मायी हुई है। जिसमें उन्होंने कहा कि नए स्वरूप में नये गठबंधन के नेतृत्व की जवाबदेही के लिए नीतीश कुमार को बधाई। नीतीश आगे बढ़िए। देश आपका इंतजार कर रहा है।
राजद मदद के लिए तैयार
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि राजद नीतीश कुमार को समर्थन दे सकती है। विभागों के आवंटन पर कोई मतभेद नहीं होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पास 160 की ताकत है। अगर भाजपा अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करती है या राष्ट्रपति शासन लागू करने की कोशिश करती है, तो हम उन्हें करारा जवाब देंगे।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में भाजपा के पास 77, जदयू के पास 45, कांग्रेस के 19, सीपीआईएमएल (एल) के नेतृत्व वाले वाम दलों के पास 16 और राजद के पास 79 सीटे हैं।