By अंकित सिंह | Sep 07, 2022
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से की मुलाकात है। मुलाकात के बाद उन्होंने भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शरद पवार से बहुत अच्छी बातचीत हुई। नीतीश ने कहा कि भाजपा के लोग कोई काम नहीं कर रहे हैं। एकजुट होना जरूरी है। मैं बस इतना चाहता हूं कि ज्यादातर विपक्ष एकजुट हो जाए। अगर (विपक्ष) एकजुट हो जाता है तो यह देश के हित में होगा। अपने लहजे में उन्होंने कहा कि हम लोगों की एक राय है कि अधिक से अधिक दल एक साथ होकर राज्यों और देश के विकास के लिए काम करेंगे। मैंने यह भी कह दिया है कि सब एकसाथ होकर लड़ेंगे तो देश का विकास होगा क्योंकि ये लोग (भाजपा) तो कुछ काम कर नहीं रहे हैं।
बिहार सीएम ने आरोप लगाया कि इनकी (भाजपा) बस पूरे देश पर कब्जा करने की योजना चल रही है, इसलिए एकजुट होना जरूरी है। प्रधानमंत्री पद के चेहरे को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं रेस में शामिल नहीं हीं। इसके साथ ही उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आपस में बात कर नेता भी चुन लिया जाएगा, मतलब मुझे नहीं बनना है। जिसे नेता बनना होगा उसे चुन लिया जाएगा। आपको बता दें कि बिहार में सत्ता में उलटफेर के बाद नीतीश कुमार ने एनडीए का साथ छोड़ दिया था। उन्होंने महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। वह बिहार के मुख्यमंत्री लगातार बने हुए हैं। इस बार उनके साथ उपमुख्यमंत्री की भूमिका में राजद के तेजस्वी यादव हैं। बिहार में नीतीश कुमार महागठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें कांग्रेस के साथ-साथ राजद और कुछ वाम दल शामिल हैं।
नीतीश कुमार पिछले दिनों दिल्ली दौरे पर पहुंचे हैं जहां वह लगातार विपक्षी एकता को मजबूत करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने सबसे पहले मुलाकात कांग्रेस नेता राहुल गांधी से की थी। अब तक नीतीश कुमार ने राहुल गांधी के अलावा अरविंद केजरीवाल, एचडी कुमारास्वामी, ओम प्रकाश चौटाला, अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी, डी राजा और अब शरद पवार से कर चुके हैं। नीतीश कुमार को लगातार प्रधानमंत्री पद की रेस का दावेदार माना जा रहा है। नीतीश कुमार इससे साफ तौर पर इंकार करते नजर आ रहे हैं। बिहार में एनडीए गठबंधन से बाहर होने के बाद नीतीश लगातार भाजपा पर हमलावर हैं। नीतीश कुमार ने तो यह भी दवा कर दिया था कि 2024 के चुनाव में भाजपा को 50 से कम सीटों पर समेट दिया जाएगा।