नयी दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक और कार्यकाल के लिए जद(यू) का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। उनकी पार्टी ने रविवार को यह घोषणा की। जनता दल यूनाइटेड (जद (यू)) के राष्ट्रीय निर्वाचन अधिकारी अनिल हेगड़े ने बताया कि इस पद के लिये नीतीश एकमात्र उम्मीदवार थे और रविवार को नामांकन वापस लेने का समय समाप्त होने के बाद उन्हें पार्टी का अध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
नीतीश की ओर से पार्टी के नेताओं के समूहों ने नामांकन पत्र के चार सेट दाखिल किये थे। ऐसे वक्त जब भाजपा के साथ जद (यू) का गठबंधन असहज दौर से गुजर रहा है, पार्टी के अविवादित नेता के तौर पर नीतीश राज्य में 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनावों और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जद (यू) का नेतृत्व करेंगे। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित भाजपा के कई नेताओं ने राज्य में, खासतौर पर पटना में आई हालिया बाढ़ से निपटने में सरकार की अक्षमता सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर उनके नेतृत्व की आलोचना है।
इसे भी पढ़ें: दुर्गा पूजा के बहाने नीतीश सरकार पर बरसे गिरिराज सिंह, जदयू ने किया पलटवार
भाजपा के एक अन्य नेता एवं विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) संजय पासवान ने यह मांग की है कि नीतीश मुख्यमंत्री पद के लिए अब भगवा पार्टी के किसी नेता का मार्ग प्रशस्त करें। राजनीतिक विश्लेषक इस हालिया घटनाक्रम को भारी जनादेश के साथ केंद्र की सत्ता में आने के बाद भाजपा द्वारा राजग के अन्य घटक दलों पर अपनी सर्वोच्चता स्थापित करने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं। वहीं, जद (यू) का मानना है कि नीतीश राजग के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बने हुए हैं और वह भाजपा के लिए कोई गुंजाइश छोड़ने को इच्छुक नहीं हैं।