पटना। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बृहस्पतिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के हाथों की ‘‘कठपुतली’’ होने का आरोप लगाया। पटना स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए दिग्विजय ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने खुद को पूरी तरह से आरएसएस-भाजपा के सांचे में ढाल लिया है। उन्होंने नीतीश पर आरोप लगाया, वह प्रधानमंत्री और भाजपा के हाथों के कठपुतली मुख्यमंत्री हैं। वह (नीतीश कुमार) पीएम मटेरियल बिल्कुल नहीं हो सकते।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य दिग्विजय ने नीतीश पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा के जबरदस्त दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यही कारण है कि छपरा स्थित जयप्रकाश नारायण विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम से लोकनायक जयप्रकाश नारायण एवं डॉ राम मनोहर लोहिया के राजनीतिक विचार एवं दर्शन हटा दिये गए हैं। देश में जाति आधारित जनगणना की नीतीश कुमार की मांग के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय ने कहा, कांग्रेस देश में जाति आधारित जनगणना के पक्ष में है। लेकिन मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री और भाजपा देश में जाति आधारित जनगणना की मांग को नहीं मानेंगे। प्रधानमंत्री और नीतीश कुमार दोनों ही इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) की आलोचना करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, दिवालिया नरेंद्र मोदी सरकार धीरे-धीरे रेल, सड़क, हवाई अड्डे, खनन जैसे क्षेत्रों को निजी कंपनियों को बेचकर पैसे जुटाने की योजना पर काम कर रही है। यह जनविरोधी कदम है। नीतीश कुमार इस मुद्दे पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? उन्होंने आगे कहा, अगर पिछले 70 सालों में कुछ नहीं हुआ है तो केंद्र सरकार क्या बेच रही है? योग्य और अयोग्य पुत्र यानी कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है।