By अंकित सिंह | Sep 01, 2022
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अब राजनीति तेज होती दिखाई दे रही है। गठबंधन को लेकर नित्य नए-नए कोशिशें की जा रही हैं। भाजपा की ओर से साफ तौर पर कह दिया गया है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। लेकिन मोदी का मुकाबला किससे होगा, अभी भी यह सवाल बना हुआ है। राजनीति में कई नाम लगातार चर्चा में आ रहे हैं। विपक्ष की ओर से पीएम पद के चेहरे को लेकर कभी ममता बनर्जी का नाम सामने आता है। तो कभी शरद पवार का। कभी नीतीश कुमार तो कभी के चंद्रशेखर राव का। के चंद्रशेखर राव कल बिहार दौरे पर थे। माना जा रहा है कि बिहार दौरे के के दौरान वह 2024 चुनाव को लेकर नया समीकरण तलाशने की कोशिश कर रहे थे। तेलंगाना के सीएम से पटना में यह सवाल पूछा गया कि क्या 2024 में वह नीतीश के पीएम पद की उम्मीदवारी का समर्थन करेंगे? इसका जवाब तो उन्होंने नहीं दिया। लेकिन इतना जरूर कह गए कि नीतीश कुमार बेस्ट नेता है।
लेकिन यह बात भी तय है कि जदयू की ओर से अब नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद के लिए आगे किया जा रहा है। यही कारण है कि पटना में जदयू कार्यालय के बाहर पोस्टर भी लगे हैं। जदयू कार्यालय के बाहर कई पोस्टर लगे हैं। इसमें साफ तौर पर नीतीश कुमार के कामकाज को दिखाने की कोशिश की गई है। लेकिन एक पोस्टर में जो लिखा है उससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि नीतीश कुमार को जदयू प्रधानमंत्री पद के लिए आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। एक पोस्टर में लिखा है प्रदेश में दिखा, अब देश में दिखेगा। इसके अलावा एक पोस्टर में लिखा है जुमला नहीं, हकीकत। आश्वासन नहीं, सुशासन। भले ही जदयू की ओर से यह साफ तौर पर नहीं कहा जा रहा है कि 2024 में नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे। लेकिन इतना तो तय है कि कहीं न कहीं नीतीश कुमार के नाम को जदयू आगे करने की कोशिश लगातार कर रही है।
हालांकि कुछ लोग लगातार यह भी सवाल कर रहे हैं कि के चंद्रशेखर राव पटना दौरे के दौरान पीएम पद के लिए नीतीश के नाम का समर्थन नहीं किया है. मीडिया ने जब सवाल किया तो चंद्रशेखर ने यह भी कह दिया कि वक्त आने पर नेता जरूर सुनेंगे. आप इतने घबरा क्यों रहे हैं। नीतीश और केसीआर ने संवाददाता सम्मेलन में भाजपा मुक्त भारत का आह्वान किया। हालांकि, इससे पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी साफ तौर पर कहा था कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। पर उनमें इसके लिए जरूरी सभी गुण मौजूद हैं। उन्होंने यह भी दावा किया था कि नीतीश कुमार 2024 चुनाव को लेकर विपक्षी एकता को मजबूत बनाने की दिशा में काम करेंगे। वहीं, जदयू के वरिष्ठ नेता और पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी कहा है कि 2024 में परिस्थितियां अनुकूल रही तो नीतीश कुमार सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं। लेकिन जदयू विपक्ष की एकता की कीमत पर इसके लिए जोर नहीं डालेगी।