नयी दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री
नितिन गडकरी ने राज्य सरकारों को
सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बनाने को कहा है। आधिकारिक बयान के अनुसार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा एमएसएमई मंत्री ने राज्य सरकारों से सड़क सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए
सोशल मीडिया का उपयोग करने और गैर-सरकारी संगठनों (
एनजीओ) के सहयोग से लोगों को सड़क पर सुरक्षित आवाजाही के लिए प्रेरित करने को भी कहा है। उन्होंने मंगलवार को राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद (एनआरएससी) की 19वीं बैठक को संबोधित करते हुए यह बयान दिया।
देश में सोमवार से ही पहली बार सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत की गई है और इस बीच मंगलवार को एनआरएससी की बैठक हुई। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के एक बयान के अनुसार इस दौरान गडकरी ने स्वीडन का उदाहरण भी दिया, जहां सड़क दुर्घटना के प्रति शून्य सहिष्णुता को अपनाया जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता के लिए मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआईए), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और सड़क निर्माण से संबंधित विभिन्न एजेंसियों के इंजीनियरों का अनिर्वाय रूप से तीन दिन प्रशिक्षण होना चाहिए।
सड़क सुरक्षा से संबंधित सांसदों की एक समिति का जिक्र करते हुए उन्होंने सभी विधायकों से अनुरोध किया कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में इस बात पर ध्यान दें कि सड़क हादसे कम हों। मंत्रालय ने सड़क परिवहन क्षेत्र में नीतियों और सुरक्षा के मानकों के नियोजन एवं समन्वय से संबंधित मामलों पर सलाह देने के लिए एनआरएससी की स्थापना की है।