निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या के दोषियों में से एक अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई से प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे ने खुद को अलग कर लिया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश ने व्यक्तिगत कारणों से इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग किया है। न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा, हम कल सुबह 10:30 बजे सुनवाई के लिए एक और नए पीठ का गठन करेंगे।
दिसंबर, 2012 के इस सनसनीखेज अपराध के चार दोषियों को मौत की सजा सुनाई गई है जिनमें से तीन मुजिरमों की पुनर्विचार याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है। पीड़िता की मां के वकील ने प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का उल्लेख किया और कहा कि दोषी की पुनर्विचार याचिका का विरोध कर रहे हैं। पीठ ने कहा कि पीड़िता की मां के वकील की बात भी 17 दिसंबर को उसी वक्त सुनी जायेगी जब दोषी की पुनर्विचार याचिका सुनवाई के लिये आयेगी।