भारत और बांग्लादेश की कंपनियों ने आज नौ अरब डॉलर से अधिक मूल्य के करार किए। इन समझौतों का मकसद दोनों देशों के बीच बिजली और तेल एवं गैस क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मौजूदगी में इन सहमति ज्ञापनों (एमओयू) पर दस्तखत किए गए। इनमें एक करार बांग्लादेश इंडिया फ्रेंडशिप पावर कंपनी (बीआईएफपीसीएल) तथा भारत के एक्जिम बैंक के बीच बांग्लादेश के रामपाल में 1.6 अरब डॉलर की 1,320 मेगावॉट की मैत्री बिजली परियोजना का वित्तपोषण है।
इसके अलावा एक अन्य एमओयू रिलायंस पावर और बिजली, उर्जा तथा खनिज संसाधन मंत्रालय के बीच मेघनाघाट में 3,000 मेगावॉट की बिजली परियोजना के पहले चरण से बिजली खरीद का एक अरब डॉलर का करार है। इस परियोनजा पर कुल तीन अरब डालर का निवेश किया जाना है। इसी तरह एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम (एनवीवीएन) तथा बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के बीस नेपाल से प्राप्ति की बिजली आपूर्ति का करार हुआ है। यह 3.15 अरब डॉलर के निवेश का करार है।
इस कार्यक्रम में अडाणी पावर (झारखंड) तथा बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के बीच दो अरब डॉलर के करार पर दस्तखत किए गए। साथ ही अडाणी पावर (झारखंड) तथा पावर ग्रिड कंपनी बांग्लादेश के बीच भी करार हुआ। साथ ही पेट्रोनेट एलएनजी भारत और बांग्लादेश आयल, गैस और मिनरल कारपोरेशन के बीच भी एनएनजी टर्मिनल के इस्तेमाल का करार हुआ।