By अंकित सिंह | Aug 04, 2022
केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं। नितिन गडकरी हमेशा यह कहते हैं कि वे जो भी वादा करते हैं उसे हर हाल में पूरा करते हैं। यह बात भी सच है कि नितिन गडकरी के नेतृत्व में भारत में सड़कों का महाजाल बिछा है। राज्यसभा में नितिन गडकरी कई प्रश्नों के उत्तर दे रहे थे। इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने सवाल किया कि क्या भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण वित्तीय संकट से गुजर रहा है? इसके साथ ही उन्होंने आगामी सड़क योजनाओं को लेकर भी गडकरी से सवाल पूछा। नितिन गडकरी ने इस बात से साफ तौर पर इंकार किया कि एनएचएआई कोई वित्तीय संकट से गुजर रहा है। नितिन गडकरी ने दावा किया कि एनएचएआई की हालत बिल्कुल ठीक है और उसके पास कोई पैसों की कमी नहीं है। इतना ही नहीं, नितिन गडकरी ने तो यह भी दावा कर दिया कि पिछले दिनों दो बैंकों ने कम दर पर ऋण देने तक की हमें पेशकश कर दी थी।
अपने बयान में नितिन गडकरी ने कहा कि आगामी 2 सालों में भारत के स्तर के अमेरिका जैसे हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि 2024 से पहले देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेसवे शुरू कर दिए जाएंगे। भारत की सड़के अमेरिका के बराबर हो जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नई सड़कों के बन जाने से कई शहरों के बीच की दूरी कम हो गई है। गडकरी ने साफ तौर पर कहा है कि मैं वादा करता हूं कि 2024 से पहले नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सड़कों का ढांचा वैसा ही हो जाएगा जैसा अमेरिका में है। अपने वक्तव्य में नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाले दिनों में 2 घंटे में दिल्ली से देहरादून, हरिद्वार और जयपुर की भी यात्रा की जा सकती है। 8 घंटे में दिल्ली से श्रीनगर की यात्रा और मुंबई से दिल्ली की यात्रा महज 12 घंटे में हो सकेगी।
नितिन गडकरी ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में टोल शुल्क वसूलने के लिए प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब तक टोल नहीं देने पर सजा का प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि टोल के संबंध में एक विधेयक लाने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि टोल वसूलने के लिए दो विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। उनके मुताबिक पहला विकल्प कारों में ‘जीपीएस’ प्रणाली लगाने से संबंधित है जबकि दूसरा विकल्प आधुनिक नंबर प्लेट से संबंधित है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से नए नंबर प्लेट पर जोर दिया जा रहा है। गडकरी ने कहा कि अगले एक महीने में कोई एक विकल्प चुन लिए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि नयी व्यवस्था लागू होने पर टोल बूथ पर कोई भीड़ नहीं होगी और यातायात भी प्रभावित नहीं होगा।