By अभिनय आकाश | Jun 29, 2023
बिहार की राजधानी पटना में बीते दिनों विपक्षी दलों का महाजुटान हुआ। 2024 में मोदी के विजयरथ को रोकने के लिए महागठबंधन पर 15 से ज्यादा दलों की रणनीति बनी, लेकिन अभी किसी टोस फैसले से पहले ही अगले साल की तैयारी की नींव डगमगाने लगी है। पटना में 2024 की तैयारियों को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं की महाबैठक हुई और मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दल एक मंच पर साथ आए। अब विपक्षी दलों की अगली बैठक को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। विपक्षी दलों के नेताओँ की अगली बैठक कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक में होगी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार का कहना है कि विपक्षी दलों के नेताओं की अगली बैठक 13 और 14 जुलाई को बेंगलुरु में होगी।
पटना में मोदी रोको मोर्चे का मेला
क़रीब 18 विपक्षी दलों की बैठक पटना में बिहार के मुख्यमंत्री आवास एक अण्णे मार्ग में रखी गई। राहुल गांधी के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल आए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और ममता बनर्जी तो एक दिन पहले ही पहुंच चुके थे। अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान और राज्यसभा सांसद संजय सिंह, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पटना पहुंचे। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे भी पटना पहुंचे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार विपक्षी नेताओं की बैठक में शामिल होने के लिए बिहार के पटना पहुंच गए। इस बैठक में फारुख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, और सीताराम येचुरी भी शामिल हुए। सबका मकसद एक था, नरेंद्र मोदी के विजयरथ को रोकना।