By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 01, 2021
नयी दिल्ली। दिल्ली में नव वर्ष पर शीत लहर के कहर के बीच न्यूनतम तापमान 15 साल में सबसे कम 1.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं ‘‘बेहद घने कोहरे’’ के कारण दृश्यता ‘‘शून्य’’हो गई। इससे पहले आठ जनवरी 2006 को शहर में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अभी तक का सबसे कम तापमान जनवरी 1935 में 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार पिछले साल जनवरी में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस रहा था।
आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि सफदरजंग और पालम में सुबह छह बजे ‘‘ बेहद घना कोहरा’’ छाने के कारण दृश्यता ‘‘शून्य’’ रही। आईएमडी के अनुसार शून्य से 50 मीटर के बीच दृश्यता होने पर कोहरा ‘बेहद घना’ , 50 से 200 मीटर के बीच ‘घना’, 201 से 500 के मीटर के बीच ‘मध्यम’ और 501 से 1000 के बीच दृश्यता होने पर कोहरे को ‘हल्का’ माना जाता है। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि पिछले 15 साल में सबसे कम तापमान है। 2020 में अक्टूबर का महीना पिछले 58 साल में सबसे अधिक ठंडा रहा था, जब न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
अक्टूबर , 1962 में न्यूनतम तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस रहा था। दिल्ली में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण न्यूनतम तापमान बढ़ेगा, इससे उत्तरी-पश्चिमी भारत दो से छह जनवरी तक प्रभावित रहेगा। न्यूनतम तापमान के 4-5 जनवरी को आठ डिग्री सेल्सियस पहुंचने का पूर्वानुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण तीन से पांच जनवरी के बीच राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश का भी पूर्वानुमान है। आईएमडी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हल्की बर्फबारी के भी आसार हैं।