By अंकित सिंह | May 08, 2022
वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद एक बार फिर से सुर्खियों में बना हुआ है। कोर्ट के आदेश के बाद हाल में ही श्रृंगार गौरी मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण और वीडियोग्राफी का कार्य किया गया। हालांकि इसको लेकर भी एक पक्ष की ओर से लगातार आपत्ति जताई जा रही है। इन सब के बीच ज्ञानवापी मस्जिद केस में अब नया ट्विस्ट आ गया है। दरअसल, इस मामले में हिंदू पक्ष की तरफ से पांच वादी थे। हालांकि, अब एक वादी ने अपना केस वापस लेने का फैसला किया है। जो वादी अपना केस वापस लेंगी उनका नाम रेखा सिंह है। लेकिन अभी भी चार वादी अपने रुख पर कायम हैं। इसको लेकर अब हिंदू पक्ष के वकील और अन्य पदाधिकारियों के बीच लगातार रणनीति तय की जा रही है।
जिन चार वादियों ने केस जारी रखने का फैसला लिया है उनमें सीता साहू, मंजू व्यास, लक्ष्मी देवी और रेखा पाठक शामिल हैं। हालांकि, रेखा सिंह ने अपना केस वापस क्यों लिया, इसके पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन कहीं ना कहीं, वादियों में फूट की आशंका दिखाई दे रही है। 10 साल 18 अगस्त 2021 को वाराणसी की पांच महिलाएं श्रृंगार गौरी मंदिर में रोजाना पूजन दर्शन की मांग को लेकर कोर्ट पहुंची थी। दूसरी ओर वाराणसी की एक जिला अदालत ने शनिवार को मस्जिद प्रबंधन समिति की ओर से अदालत द्वारा श्रृंगार गौरी मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण और वीडियोग्राफी के लिए नियुक्त आयुक्त (कोर्ट कमिश्नर) को बदलने की मांग वाली याचिका पर अपना आदेश नौ मई तक के लिए सुरक्षित रख लिया।
जब सर्वे टीम मस्जिद-मंदिर परिसर के अंदर जा रही थी तो पुलिस ने एक मुस्लिम को धार्मिक नारा लगाते हुए पकड़ लिया और उसे थाने ले गई। दिल्ली की राखी सिंह, लक्ष्मी देवी, सीता साहू और अन्य की दैनिक पूजा और श्रृंगार गौरी में अनुष्ठान करने की अनुमति की मांग करने वाली याचिका पर धार्मिक स्थल की वीडियोग्राफी और सर्वेक्षण करने के लिए उसी अदालत के पहले के आदेश पर यह प्रक्रिया शुरू की है। ज्ञानवापी मस्जिद की बाहरी दीवार पर भगवान गणेश, भगवान हनुमान और नंदी स्थित हैं।