By अभिनय आकाश | May 26, 2022
दिल्ली में आम आदमी पार्टी अपने दूसरे कार्यकाल में है। लेकिन इन कार्यकालों के दौरान केजरीवाल सरकार औऱ दिल्ली के उपराज्यपाल के बीच टकराव की कई कहानियों से दो-चार हुआ। नजीब जंग से लेकर अनिल बैजल तक किरदार बदलते रहे, मुद्दे भी लेकिन टकराव की स्थिति वैसी की वैसी रही। अब अनिल बैजल के इस्तीफे के बाद दिल्ली में नए राज्यपाल की नियुक्ति हो गई है। विनय कुमार सक्सेना ने बृहस्पतिवार को यहां राज निवास में आयोजित एक समारोह में दिल्ली के 22वें उपराज्यपाल के तौर पर शपथ ग्रहण की। सक्सेना (64) को दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
राज निवास के बजाय सड़कों पर अधिक नजर आऊंगा
खादी को ब्रांड बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले विनय कुमार सक्सेना ने शपथ के साथ ही अपने तेवर की बानगी का नजारा दिखा दिया। विनय कुमार सक्सेना ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि दिल्ली के लोगों को बताना चाहता हूं कि मैं उपराज्यपाल की तरह नहीं, बल्कि स्थानीय अभिभावक के रूप में काम करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं राज निवास के बजाय सड़कों पर अधिक नजर आऊंगा। ऐसे में आने वाले दिनों में उप राज्यपाल की सक्रियता दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
नए एलजी सक्सेना के सामने होंगी कई चुनौतियां
विनय कुमार सक्सेना ऐसे समय में अपना पद भार संभाल रहे हैं, जब दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच कई मसलों पर मतभेद हैं। फिर चाहे वो दिल्ली के अधिकार की बात हो या फिर पुलिस से लेकर अन्य अधिकारियों को हक का सवाल, लगातार केंद्र और दिल्ली सरकार अपना-अपना पक्ष रखते आए हैं। ऐसे में विनय कुमार सक्सेना के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन दोनों के बीच तालमेल बैठाना है।