By प्रेस विज्ञप्ति | Jul 06, 2021
समुदाय आधरित ग्रामीण विकास नेतृत्व को मजबूती प्रदान करने तथा ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दृष्टि से नेस्ले इंडिया ने एसएम सहगल फाउंडेशन के सहयोग से “वृद्धि परियोजना” के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। इस परियोजना की शुरूआत साल 2019 में नूंह जिले के गांव रोहिरा से हुई थी। इसके दूसरे चरण के विस्तार के रूप में पुन्हाना ब्लॉक के गाँव नाहरपुर और गबंस्पुर में समग्र ग्रामीण विकास के माध्यम से स्थानीय लोगों के जीवन में सुधार किया जाएगा। इसका शुभारम्भ आज राजकीय माध्यमिक स्कूल, गाँव नाहरपुर, ब्लाक पुन्हाना, जिला नूंह में किया गया।
स्थानीय समुदाय की बेहतरी के लिए विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए परियोजना में एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया जाएगा जिसके तहत शिक्षा, स्वच्छता, जल संरक्षण और कृषि आजीविका में सुधार से संबंधित कार्य शामिल होंगे। इस पहल से अब तक 1500 लाभार्थियों के जीवन में सुधार हुआ है जिसमें पानी बचत वाली सिंचाई सुविधाओं का विकास, पोषण के प्रति जागरूकता, फसल उत्पादन बढ़ाने और स्कूलों में सफाई और स्वच्छ बढ़ाकर पढ़ने के लिए स्वस्थ वातावरण विकसित करने के लिए समुदाय के साथ मिलकर कार्य किया।
परियोजना के शुभारंभ के अवसर पर नेस्ले इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कहा कि "नेस्ले इंडिया में हम दृढ़ता से मानते हैं कि हमारे संगठन का उद्देश्य और मूल्य वर्तमान समुदायों और आने वाली पीढ़ियों के लिए अच्छा और बेहतर कार्य करने के आसपास केंद्रित रहे। हमने परियोजना वृद्धि की शुरुआत एक स्वस्थ समाज के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के रूप में की है ताकि लोगों के जीवन में कल्याण कर सकारात्मक बदलाव ला सकेंगे। अब हम इसका विस्तार दो और गांवों में कर रहे हैं और स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर उनकी भलाई के लिए काम करेंगे। इसके अलावा हमने स्थानीय निवासियों को कोरोना महामारी के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए जागरूकता सत्र आयोजित किए तथा महामारी की चुनौतियों से निपटने के लिए कदम बढ़ाया और पूरे गाँव को सेनीटाइज किया।''
इस अवसर पर सहगल फाउंडेशन के ट्रस्टी जय सहगल ने कहा, "हमें नेस्ले इंडिया के साथ अपनी साझेदारी को जारी रखने पर गर्व है ताकि परियोजना के तहत जो कार्य चल रहे हैं उनको मजबूती मिल सके और ग्रामीणों को सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकें। परियोजना वृद्धि के आरम्भ से ही सामुदायिक जल भंडारण टैंकों के निर्माण, स्वच्छता जागरूकता अभियान, स्कूलों में सुधार, पशु पोषण और सिंचाई किटों, पशु स्वास्थ्य शिविरों और प्रमुख सरकारी कार्यक्रमों का वितरण जैसी पहलों के माध्यम से स्थानीय लोगों को सशक्त बनाया है। हम दशकों से इस क्षेत्र में कार्यरत है और उम्मीद करते है कि रोहिरा की तरह ही गाँव नाहरपुर और गबंसपुर के लोगों के जीवन में भी सकरात्मक बदलाव होगा।''
परियोजना वृद्धि-2 में पहले चरण से मौजूदा कार्यों के साथ ही समुदाय को कोविड-19 और उसके प्रति सुरक्षा के लिए सावधानियों के बारे में जागरूकता पैदा करना, युवाओं को डिजिटल जागरूकता के माध्यम से सशक्त बनाना, ई-पोषण संसाधन केंद्र के माध्यम से संतुलित आहार और पोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने और अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।