By अनुराग गुप्ता | Oct 10, 2021
नयी दिल्ली। देश में कोयले की कमी के चलते बिजली संकट की संभावनाएं जताई जा रही हैं। इसी बीच केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने रविवार को बीएसईएस और टाटा पावर के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि हमने आज सभी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी बिजली की आपूर्ति हो रही है और होती रहेगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक आरके सिंह ने कहा कि बिना आधार के ये पैनिक इसलिए हुआ क्योंकि गेल ने दिल्ली के डिस्कॉम को एक मैसेज भेज दिया कि वो बवाना के गैस स्टेशन को गैस देने की कार्रवाई एक या दो दिन बाद बंद करेगा। वो मैसेज इसलिए भेजा क्योंकि उसका कांट्रैक्ट समाप्त हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बैठक में गेल के भी सीएमडी आए हुए थे हमने उन्हें कहा है कि कांट्रैक्ट बंद हो या नहीं, गैस के स्टेशन को जितनी गैस की जरूरत है उतनी गैस आप देंगे। 4 दिन से ज्यादा का है कोयला स्टॉक केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि हमारे पास आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज़्यादा का औसतन स्टॉक है, हमारे पास प्रतिदिन स्टॉक आता है। कल जितनी खपत हुई, उतना कोयले का स्टॉक आया है। इसी बीच आरके सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रम फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारे पास पर्याप्त स्टॉक है और बिजली का कोई संकट नहीं है।केजरीवाल ने की थी PM से हस्तक्षेप की मांग
दरअसल, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शनिवार को कहा था कि कोयले की कमी के कारण राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की आपूर्ति करने वाले उत्पादन संयंत्रों में कोयला और गैस पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था।