राजग सरकार और भाजपा धर्म के आधार पर भेदभाव कर रहे हैं: ओवैसी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 20, 2019

हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर भ्रम पैदा किया है और उनके द्वारा धर्म के नाम पर भेदभाव किया जा रहा है। उनसे पूछा गया था कि क्या सीएए को लेकर “अफवाहों” को दूर करने की जरूरत है क्योंकि सरकार द्वारा इस बात का स्पष्ट भरोसा देने के बावजूद कि भारतीय मुसलमानों को कुछ नहीं होगा, कई मुसलमानों का दावा है कि उन्हें “बाहर कर” दिया जाएगा।

ओवैसी ने कहा, ‘‘सरकार क्यों नहीं कहती है... असम में, जहां एनआरसी लागू किया गया, आप करीब 5.40 लाख बंगाली हिंदुओं को सीएए के जरिये नागरिकता दे रहे हैं। आप असम में पांच लाख मुसलमानों को नहीं देंगे। उन्होंने कहा, “यह अफवाह है या सच? सरकार को बताना चाहिए।’’ सरकार पर भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप भेदभाव कर रहे हैं। आप धर्म के आधार पर कानून बना रहे हैं और फिर शिकायत भी कर रहे हैं...।’’

इसे भी पढ़ें: अर्थव्यवस्था पर प्रधानमंत्री के दावे हकीकत से दूर, तत्काल कदम उठाने की जरूरत: कांग्रेस

सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा कि वह इस तरह की हिंसा की निंदा करते हैं, चाहे फिर वह लखनऊ, अहमदाबाद, बेंगलुरु या कहीं और हो। एआईएमआईएम नेता ने कहा कि वह सभी से अपील करते हैं कि वे विरोध करने के संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल करें, लेकिन हिंसा का सभी को निंदा करनी चाहिए। सीएए के खिलाफ यहां शनिवार को एमआईएमआईएम और अन्य की ओर से आयोजित की जाने वाली रैली के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सीएए ‘‘काला कानून’’ है और यह ‘‘असंवैधानिक’’ भी है। 

 

प्रमुख खबरें

Sex with Dead Body | लाश के साथ यौन संबंध बनाना भयानक है, लेकिन बलात्कार नहीं... उच्च न्यायालय का ये फैसला आपको कर देगा हैरान

विदेश ट्रिप के दौरान हो गए बीमार, तो ऐसे मिलेगी सस्ती मेडिकल सुविधाएं, इन बातों का रखें ध्यान

कौन हैं श्रीराम कृष्णन? जिन्हें ट्रंप ने बनाया AI सीनियर पॉलिसी एडवाइजर

Mahakumbh 2025: 50 हजार पुलिसकर्मी, एटीएस, STF, अभेद्य होगी महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था