मुंबई।
कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने के लिये
सोनिया गांधी और
राहुल गांधी के इच्छुक नहीं होने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री
रामदास आठवले ने राकांपा का उसमें विलय करने और
शरद पवार को उसका अध्यक्ष बनाने का शनिवार को सुझाव दिया। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के प्रमुख ने यह भी कहा कि इस तरह का फैसला कांग्रेस और (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख) पवार को संयुक्त रूप से लेना चाहिए।
आठवले ने ट्वीट किया, ‘‘अभी, कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिये राहुल और सोनिया गांधी इच्छुक नहीं है। मेरा सुझाव है कि राकांपा का कांग्रेस मे विलय कर शरद पवार को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देना चाहिए। इस बारे में पवार और कांग्रेस को संयुक्त रूप से फैसला करना चाहिए।’’ कांग्रेस में पूर्णकालिक नेतृत्व की मांग की पृष्ठभूमि में दोनों दलों के आपस में विलय के लिये आठवले का यह सुझाव आया है।
दरअसल, कांग्रेस के कई नेता पूर्णकालिक और सक्रिय नेतृत्व की मांग कर रहे हैं। पिछले महीने कांग्रेस कार्यकारी समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पार्टी नेताओं ने सोनिया गांधी से उस वक्त तक अंतिरम अध्यक्ष बने रहने का अनुरोध किया था, जब तक कि अखिल भारतीय कांगेस कमेटी का सत्र नहीं होता है। सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया को पार्टी के समक्ष मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिये संगठन में बदलाव करने के लिये अधिकृत किया गया था। गौरतलब है कि सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर पवार ने 1999 मेंकांग्रेस छोड़ दी थी और राकांपा का गठन किया था।