By अनन्या मिश्रा | May 08, 2023
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार का शोर आज यानी की सोमवार से थम जाएगा। लेकिन इस दौरान चुनाव में जमकर एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है। इसी बीच NCP के अध्यक्ष शरद पवार पीएम नरेंद्र मोदी पर हमलावर हुए हैं। शरद पवार ने कहा मैं हैरान हूं कि कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'धार्मिक' नारे लगाए हैं। बता दें कि राज्य में 10 मई को मतदान होना है। पवार ने कहा कि हमने धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा को स्वीकार कर लिया है।
पीएम मोदी पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि जब भी आप किसी चुनाव के दौरान धर्म या धार्मिक मुद्दे को उठाते हैं। तो इससे राज्य में एक अलग तरह का माहौल बनता है। जो अच्छी बात नहीं है। पवार ने आगे कहा कि चुनाव लड़ने के दौरान हम लोकतांत्रिक मूल्यों और धर्मनिरपेक्षता की शपथ लेते हैं। वहीं कर्नाटक चुनाव के दौरान उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आएगी। बीजेपी 5-6 राज्यों में सत्तारूढ़ है। लेकिन अन्य राज्यों में गैर-भाजपा सरकार है। पवार ने कहा कि पूरे देश में बीजेपी की सरकार नहीं है। केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश आदि में बीजेपी की सरकार नहीं है। एकनाथ शिंदे की वजह से महाराष्ट्र में बीजेपी सत्ता हासिल करने में कामयाब रही।
पवार ने बीजेपी पर साधा निशाना
बता दें कि 10 मई को कर्नाटक में चुनाव के लिए मतदान होता है। वहीं 13 मई को मतगणना की जाएगी। हाल ही में पवार ने NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं के आग्रह पर उन्होंने अपने पद पर बने रहने की सहमति जताई थी। शरद पवार ने कहा कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ के सीएम रहने के दौरान कांग्रेस के कुछ विधायकों की खरीद-फरोख्त की गई। जिसके बाद भाजपा ने राज्य़ में सत्ता हथिया ली।
लोकसभा चुनाव पर क्या बोले पवार
पवार ने कहा कि राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड और बंगाल में बीजेपी की सरकार नहीं है। अगर आप पूरे देश का मानचित्र देखें तो सिर्फ 5-6 राज्यों में बीजेपी की सरकार है। उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि वह मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को लेकर कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं। अगले साल के लोकसभा चुनावों के दौरान क्या होगा। पवार ने कहा कि एनसीपी, कांग्रेस और उद्धव गुट की शिवसेना को लगता है कि चुनाव तय समय से पहले होंगे। तो तीनों पार्टियों को सीटों के बंटवारे पर चर्चा करनी चाहिए।