By अंकित सिंह | May 09, 2023
देश भर में हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'द केरला स्टोरी' को लेकर चर्चा जोरों पर है। जहां इस फिल्म को लेकर भाजपा अपना समर्थन जता रही हो तो वहीं कुछ विपक्षी दल इसे प्रोपेगेंडा बता रहे हैं। इन सब के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता जितेंद्र आव्हाड ने मंगलवार को हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'द केरला स्टोरी' के निर्माताओं पर निशाना साधा और उन्हें सार्वजनिक रूप से फांसी देने की मांग कर दी। एनसीपी नेता ने कहा कि “केरल स्टोरी’ के नाम पर एक राज्य और उसकी महिलाओं को बदनाम किया गया। तीन का आधिकारिक आंकड़ा 32,000 के रूप में अनुमानित किया गया था। इस काल्पनिक फिल्म को बनाने वाले को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।
आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट द्वारा लड़कियों की भर्ती को दर्शाने वाली सुदीप्तो सेन निर्देशित फिल्म ने देश भर में बड़े पैमाने पर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। फिल्म को भगवा पार्टी शासित राज्यों मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश ने कर-मुक्त घोषित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी कर्नाटक के बेल्लारी में एक रैली में फिल्म का उल्लेख करते हुए कहा था कि इसने समाज में आतंकवाद के परिणामों को उजागर किया है। दूसरी ओर, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बेंगलुरू में एक विशेष स्क्रीनिंग में फिल्म देखी थी। हालांकि, पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में 'नफरत और हिंसा से बचने' के लिए फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे राज्य में टीएमसी-बीजेपी की लड़ाई तेज हो गई है।
भाजपा नेता तरुण चुघ ने तो ममता को आधुनिक समय का जिन्ना बता दिया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी देश में हर राष्ट्रवादी कार्य में अड़ंगा डालती हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह आधुनिक समय का जिन्ना है क्योंकि उसे भारत के विकास से समस्या है और देश की हर चीज पर आपत्ति है। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी फूट डालो और राज करो की राजनीति करती हैं। बांग्लादेश से रोहिंग्या और घुसपैठिए आते हैं उसपर कोई कार्रवाई नहीं होती।