By अंकित सिंह | Jul 22, 2022
नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पहले पूछताछ हो चुकी है। अब कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ की जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से जारी समन के मुताबिक सोनिया गांधी 21 जुलाई को पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के समक्ष उपस्थित हुई थीं। कांग्रेस की अध्यक्षा से लगभग 2 घंटे तक पूछताछ की गई थी। बाद में उन्हें जाने की अनुमति दी गई। इन सब के बीच पहले कहा गया था कि सोनिया गांधी को अब आगे की पूछताछ के लिए 25 जुलाई को आना होगा। लेकिन अब खबर यह है कि नया समन जारी करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें 25 की जगह 26 जुलाई को तलब किया है।
आपको बता दें कि 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण है। पूछताछ के लिए तिथि को आगे बढ़ाने का कारण यह भी हो सकता है। वहीं, सोनिया गांधी से पूछताछ को लेकर जबरदस्त राजनीति हुई। कांग्रेस ने इस पूछताछ के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन किया। दिल्ली में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल किया। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की ओर से दावा किया गया था कि सोनिया गांधी की तबीयत खराब नहीं होने की वजह से पूछताछ पूरी नहीं हो पाई। वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया था कि प्रवर्तन निदेशालय के पास पूछताछ के लिए प्रश्न नहीं थे। इसलिए उसने सोनिया गांधी को जाने की अनुमति दी।
इस मुद्दे को कांग्रेस की ओर से संसद में भी उठाया गया जिस पर खूब हो हल्ला हुआ। अधिकारियों ने बताया कि कोविड से उबर रहीं सोनिया गांधी (75) से पूछताछ करीब दो घंटे चली और उनके अनुरोध पर पूछताछ सत्र समाप्त कर दिया गया। कोविड-19 नियमों को ध्यान में रखते हुए पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान मौजूद सभी के पास कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने का प्रमाण पत्र था। सोनिया गांधी से भी उसी सहायक निदेशक-स्तर के जांच अधिकारी ने पूछताछ की, जिसने इस मामले में राहुल गांधी से पूछताछ की थी। यह जांच कांग्रेस से जुड़ी यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है। यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पास नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र का मालिकाना हक है।