By अभिनय आकाश | May 14, 2019
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच हिन्दू, हिंदुत्व और हिन्दू आतंकवाद के मुद्दे पर चल रही बड़ी बहस के साथ ही एक और बड़ा बयान सामने आया। लोकसभा चुनाव के आखिरी दौर से पहले हिन्दू आतंकवाद पर एक बार फिर सियासत शुरू हो गयी है। कमल हसन द्वारा हिन्दू आतंकवाद पर नाथूराम गोडसे का नाम उछाले जाने के बाद इस पर सियासत और तेज़ हो गयी है। भाजपा के सचिव व राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा की अगर नाथूराम गोडसे आतंकवादी था तो मुलायम सिंह यादव और राजीव गांधी उससे बड़े आतंकी थे। सिंह ने कहा कि मुलायम ने खुद स्वीकार किया था कि मैंने रामसेवकों को मरवाया था। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उसी परिभाषा में राजीव गांधी उससे बड़ा आतंकवादी है क्योंकि राजीव गांधी ने कहा था कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। उस परिभाषा में देश के अंदर 3500 सिखों का कत्ल करा दिया जाता है। बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है जैसे बयान देने का मतलब जो कत्ल हुआ है उसके सरगना थे वो।
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गौरतलब है की अभिनेता से नेता बने कमल हसन ने कहा कि आजाद भारत का पहला आतंकी हिंदू था, जिसका नाम नाथूराम गोडसे था। तमिलनाडु के कुरूर जिले में क्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हसन ने प्रत्याशी के प्रचार के दौरान ये विवादित बयान दिया। कमल हासन के इस बयान पर सियासी घमासान मच गया है। इससे पहले तमिलनाडु सरकार में दुग्ध एवं डेयरी विकास राज्यमंत्री और अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता केटी राजेंद्र बालाजी ने तो यहां तक कह दिया है कि इस तरह की बयानबाजी के लि एकमल हसन की जीभ काट देनी चाहिए। इससे पहले विवेक ओबेरॉय ने भी ट्वीट कर कमल हसन को निशाने पर लेते हुए लिखा था किव 'प्रिय कमल सर, आप बहुत बड़े कलाकार हैं। जैसे कला का कोई धर्म नहीं होता ठीक वैसे ही आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। आप कह सकते हैं कि गोडसे आतंकवादी था, लेकिन आपने हिंदू शब्द का इस्तेमाल क्यों किया? इसलिए कि आप मुस्लिम बहुल इलाके में वोट हासिल करने की कोशिश कर रहे थे?'