नसीरुद्दीन शाह, शबाना आज़मी और जावेद अख्तर पर बरसे MP के गृहमंत्री, बताया टुकड़े-टुकड़े गैंग का स्लीपर सेल

By अंकित सिंह | Sep 03, 2022

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। हर मुद्दे पर उनकी प्रतिक्रिया आ ही जाती है। इन सबके बीच नरोत्तम मिश्रा का एक ऐसा बयान भी सामने आया है जिसको लेकर अभी बात बढ़ सकता है। अपने बयान के जरिए नरोत्तम मिश्रा ने फिल्म अभिनेता और अभिनेत्री शबाना आजमी, जावेद अख्तर और नसीरुद्दीन शाह पर निशाना साधा है। नरोत्तम मिश्रा ने तीनों को टुकड़े टुकड़े गैंग का स्लीपर सेल बताया है। अपने बयान में नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शबाना आजमी‌, नसीरुद्दीन शाह जैसे लोग टुकड़े-टुकड़े गैंग के स्लीपर सेल के एजेंट है जो सिर्फ भाजपा शासित राज्यों में हुई घटनाओं पर ही हल्ला मचाते हैं, जबकि कांग्रेस शासित राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों में हो रही घटनाओं पर मौन रहते हैं। अब ऐसे लोगों की कलई खुल चुकी हैं।

 

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दरअसल, नरोत्तम मिश्रा संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान कुछ पत्रकारों ने बिलकिस बानो मामले पर सवाल पूछ लिया। एक टीवी भैंस कार्यक्रम में शबाना आजमी शामिल हुई थीं और उन्होंने बिलकिस बानो मामले में भावुकता दिखाई थी। शबाना आजमी ने साफ तौर पर कहा था कि जघन्य अपराध के दोषियों की रिहाई और उनका फूल माला से स्वागत करना खतरनाक है। हम समाज को क्या संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं? इसके बाद शबाना आजमी शो में ही रोने लगी। आपको बता दें कि पिछले महीने बिलकिस बानो से गैंगरेप के दोषियों को जेल से रिहा कर दिया गया था। दावा किया जाता है कि गुजरात दंगों के दौरान बल के जवानों के साथ दरिंदगी हुई थी। 

 

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इसी को लेकर नरोत्तम मिश्रा की ओर से पलटवार किया गया है। भाजपा नेता ने सवाल किया कि जब कन्हैया लाल की हत्या हुई थी राजस्थान में, उस समय क्या यह कुछ भी बोली थीं। हमारी बेटी को झारखंड में जिंदा जला दिया, क्या बोलीं कुछ। लेकिन भाजपा शासित राज्य में कुछ हो जाए तो नसरुद्दीन शाह को देश में ही डर लगने लगता है। अवार्ड वापसी गैंग सक्रिय हो जाता है और कुछ गला फाड़ फाड़ के भी चलाने लगते हैं। ये अपनी घटिया मानसिकता का परिचय देते हैं, इन्हें सभ्य और धर्मनिरपेक्ष कैसे कहा जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ में कोई तुलना नहीं हो सकती है। शिवराज जी 15 सालों से मुख्यमंत्री हैं और कमलनाथ जी सिर्फ 15 महीने ही मुख्यमंत्री रहे।

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