By Anoop Prajapati | Dec 13, 2024
नरेश गौड़ दिल्ली प्रदेश के पूर्व विधायक और वकील हैं। वह वर्तमान में बाबरपुर निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली विधानसभा में विधान सभा के सदस्य रहे हैं। पूर्व विधायक गौर दिल्ली विश्वविद्यालय और मेरठ विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। वे बाबरपुर से तीन बार निर्वाचित हुए हैं। 1993 के बाद से वे पहली बार 2003 में चुनाव हारे थे। इस के साथ उन्होंने फिर से जोरदार वापसी करते हुए दो बार जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्हें 2015 में आम आदमी पार्टी के नेता और मंत्री गोपाल के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद वे अब तक वापसी नहीं कर पाये हैं।
व्यक्तिगत जीवन और शिक्षा
भाजपा नरेश गौड़ का जन्म 5 अक्टूबर 1952 को बुलंदशहर उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध श्याम लाल कॉलेज से कला स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने मेरठ विश्वविद्यालय (अब चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय) में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त की। गौर की शादी मणि गौर से हुई है और उनके दो बेटे वरुण और अरुण और एक बेटी स्वाति है। वह उत्तर पूर्वी दिल्ली के शाहदरा के नवीन शाहदरा मोहल्ले में रहते हैं । उनकी रुचियों में पढ़ना, राजनीति और इतिहास शामिल हैं। वह पेशे से वकील हैं।
राजनीतिक सफर
गौर भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं, जो भारतीय संसद और दिल्ली विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल है। उन्होंने लगातार चार चुनावों में बाबरपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा है। वे 1993 में दिल्ली की पहली विधानसभा के लिए चुने गए, उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आमतौर पर कांग्रेस के रूप में जाना जाता है) के भोपाल सिंह को 15,301 मतों के अंतर से हराया। 1998 के राज्य विधानसभा चुनाव में उनकी जीत का अंतर कांग्रेस के अब्दुल हमीद के मुकाबले काफी कम होकर 963 वोटों पर आ गया।
वे 2003 में कांग्रेस उम्मीदवार विनय शर्मा से 4,259 मतों से हार गए। 2008 के राज्य विधानसभा चुनाव में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के हाजी दिलशाद अली को 3,826 मतों के अंतर से हराकर बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार जीत हासिल की। 4 दिसंबर को होने वाले 2013 के राज्य विधानसभा चुनाव से पहले, भाजपा ने संभावित उम्मीदवारों से संबंधित एक आंतरिक सर्वेक्षण किया। टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया कि इसमें गौर के साथ-साथ पांच अन्य मौजूदा विधान सभा सदस्यों को चुनाव के लिए "कमज़ोर उम्मीदवार" पाया गया। हालांकि, बाबरपुर निर्वाचन क्षेत्र से गौर की उम्मीदवारी की पुष्टि पार्टी ने 7 नवंबर 2013 को की थी।