By अनुराग गुप्ता | Apr 06, 2021
कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हावड़ा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हावड़ा में आना हमेशा ही एक नई प्रेरणा और ऊर्जा देता है। उन्होंने कहा कि आसोल परिवर्तन की एक प्रचंड लहर मैं अपने साथ देख रहा हूं। पश्चिम बंगाल का यह चुनाव अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि 10 साल तक दीदी ने बंगाल में जिस तरह विश्वासघात किया उसका जवाब इस बार बराबर बंगाल की जनता दे रही है। दीदी के टोलाबाज, सिंडिकेट, अन्याय, अत्याचारी और हत्याचारी सरकार से हर कोई परेशान है।
उन्होंने कहा कि स्थिति ये आ गई है कि दीदी के दल को पोलिंग बूथ पर पोलिंग एजेंट नहीं मिल रहे हैं। कुछ दिन पहले तक दीदी चुनाव आयोग पर, केंद्रीय वाहिनी पर पोलिंग एजेंट्स को रोकने का आरोप लगा रही थीं, अब वो खुलेआम मान रही हैं कि उनके पोलिंग एजेंट्स ही बगावत करने लगे हैं। असल में हर में माताओं, बहनों का बहुत अधिक दबाव तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर ही है। घर में ही दबाव पैदा हो गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने दबाव की असल वजह का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि लोग अब यह भी चर्चा कर रहे है कि 2 मई की बहुत बड़ी हार के बाद तृणमूल कांग्रेस ही बिखर जाएगी। भाजपा की स्थापना दिवस के मौके पर हावड़ा में मौजूद हूं और पार्टी की स्थापना के प्रेरणापुण्य हैं, इसी धरती में जन्म लेने वाले डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी।
पीएम मोदी ने कहा कि डॉ मुखर्जी कहते थे कि शासन राज करने के लिए नहीं बल्कि नागरिकों के सपने पूरे करने का माध्यम होता है। यही तो असोल परिवर्तन है जो पश्चिम बंगाल को चाहिए। जिसके लिए 2 मई के बाद बनने वाली भाजपा की डबल इंजन की सरकार प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि बंगाल और नंदीग्राम ही नहीं बल्कि दीदी से तो अब नंदी भी अपनी नाराजगी खुलकर जताने लगे हैं। स्थिति ये आ गई है कि दीदी के दल को आज पोलिंग बूथ पर पोलिंग एजेंट नहीं मिल रहे हैं।