By अनन्या मिश्रा | Jan 01, 2025
आज यानी की 01 जनवरी को मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं। राजनीति में कदम रखने से पहले वह एक फुटबॉल खिलाड़ी, मणिपुर की सीमाओं पर तैनात बीएसएफ जवान और पत्रकार रहे थे। उन्होंने फुटबॉल खिलाड़ी के तौर पर अपने करियर की शुरूआत की थी। बता दें कि एन बीरेन सिंह साल 2002 में राजनीति में आए थे। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और शिक्षा
मणिपुर के इम्फाल में 01 जनवरी 1961 को एन बीरेन सिंह का जन्म हुआ था। उन्होंने मणिपुर विश्वविद्यालय से बीए की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने फुटबॉलर के रूप में अपना करियर शुरू किया था। फिर वह बीएसएफ में भर्ती हुए और वहां पर उन्होंने घरेलू प्रतियोगिताओं में अपनी टीम के लिए खेला था। एन बीरेन सिंह ने डूरंड कप टूर्नामेंट में भी भाग लिया था। फिर बाद में वह एक पत्रकार बन गए और स्थानीय दैनिक 'नाहरोलगी थोउडांग' के संपादक बन गए। फिर साल 2001 तक उन्होंने इस अखबार के संपादक के रूप में कार्य किया।
पत्रकारिता और राजनीति
पत्रकारिता में सक्रिय होने के बाद करीब दो दशक पहले वह डेमोक्रेटिक रिवोल्यूशनरी पीपुल्स पार्टी के विधायक के रूप में राजनीति में कदम रखा। साल 2002 में वह राजनीति में आए और डेमोक्रेटिक रिवोल्यूशनरी पीपुल्स पार्टी में शामिल हो गए। एन बीरेन सिंह ने विधानसभा चुनाव लड़ा और राज्य की हीनगांग सीट से जीत हासिल की थी। फिर साल 2003 में उनको मणिपुर का सतर्कता राज्य मंत्री बनाया गया। इसके अलावा एन बीरेन सिंह को वन और पर्यावरण मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।
फिर बाद में एन बीरेन सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद साल 2007 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने अपनी सीट बरकरार रखी। उसके बाद बिरेन को मणिपुर का सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, युवा मामले, खेल मामले, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण मंत्री बनाया गया। मणिपुर के मुख्यमंत्री ने साल 2012 के विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार हीनगांग सीट पर अपना कब्जा जमाया। फिर साल 2016 में एन बीरेन सिंह ने राज्य के तत्कालीन सीएम ओकराम इबोबी सिंह के खिलाफ विद्रोह करने के बाद राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया।
इसके बाद साल 2016 में बीरेन सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। फिर साल 2017 में हीनगांग सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल किए। लगातार चौथी बार सीट से जीत बरकरार रखी। उन्होंने 15 मार्च 2017 को मणिपुर के सीएम के रूप में शपथ ली औऱ इस तरह से वह मणिपुर में मुख्यमंत्री बनने वाले पहले बीजेपी नेता बन गए।