By एकता | Mar 18, 2022
सेक्स शादीशुदा जिंदगी का एक अहम हिस्सा होता है। सेक्स पति-पत्नी को एक दूसरे जोड़ता है और दोनों के रिश्ते को मजबूत करने में जरुरी भूमिका निभाता है। पर कई बार पति पत्नी एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाते समय सुख महसूस नहीं कर पाते हैं। इस चीज के कई कारण होते हैं। आज के अपने इस लेख में हम आपको ऐसी ही एक महिला की कहानी बताने वाले हैं जिसकी शादीशुदा जिंदगी में बेइंतेहा प्यार होते हुए भी अपनी सेक्स लाइफ को एन्जॉय नहीं कर पाती है।
हिंदी न्यूज़ वेबसाइट नव भारत टाइम्स को महिला ने अपनी कहानी बताते हुए कहा कि मैं 35 साल की हूँ और शादीशुदा हूँ। मेरी शादी को लगभग 10 साल हो चुके हैं। दरअसल मेरे पति जब भी मेरे साथ सेक्स करते हैं तो न जाने क्यों मेरा मन परेशान हो जाता है और मैं चाहकर भी अपने पति के साथ सेक्स एन्जॉय नहीं कर पाती हूँ। सेक्स करने के बाद मेरे पति तो खुश नजर आते हैं पर मैं असंतुष्ट हो जाती हूँ। कई बार मैं इस बात को सोचकर इतनी परेशान हो जाती हूँ कि मैं रातभर सो नहीं पाती बस पूरी रात करवटें बदलती रहती हूँ। मेरे पति मुझे बेइतहां प्यार करते हैं। हम एक दूसरे के साथ सेक्स करने से पहले फोरप्ले भी करते हैं बावजूद इसके मैं कभी भी सेक्स के दौरान सुख नहीं प्राप्त कर पाती। कृपया मुझे बताए कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है और मेरी समस्या का समाधान करें।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चारु पंत ने महिला के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जैसा कि आपने कहा कि आप सेक्स के दौरान परेशान हो जाती है तो मैं आपको बताना चाहूंगी कि तनाव आपको आपकी सेक्स लाइफ एन्जॉय करने से रोक रहा है। जब आपकी जिंदगी में तनाव बढ़ जाता है तो दिमाग के साथ साथ आपका शरीर भी इससे प्रभावित होने लगता है। इस समस्या से खुद को बचाने के लिए आप सबसे पहले इस बात पर ध्यान दे कि आखिर सेक्स के दौरान आपको क्या चीज या कौनसी बात परेशान कर रही है। कई बार महिलाएं इस बात को सोच कर परेशान रहती कि उनके पति उनके साथ सेक्स एन्जॉय कर पा रहे हैं या बस अपनी जरूरत पूरी कर रहे हैं। कई बार लड़ाई-झगड़ों के दौरान बुरा सुनने की वजह से भी महिलाएं सेक्स के दौरान तनाव महसूस करने लगती हैं। अगर आप इसी वजह से परेशान है तो शांत रहकर खुद पर ध्यान दें और संबंध बनाते समय दिमाग को शांत रखने की कोशिश करें। दिमाग और मन की शांति के लिए आप योग और मेडिटेशन कर सकती हैं। आप चाहें तो अपने पति से इस बारे में खुलकर बात कर सकती हैं। अगर इसके बाद भी आपकी समस्या ठीक न हो तो किसी मनोचिकित्सक की मदद लें।