By अनुराग गुप्ता | Jun 23, 2022
मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने पार्टी विधायकों और नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में शरद पवार ने गृह मंत्री और पार्टी नेता दिलीप वालसे पाटिल के प्रति नाराजगी जाहिर की। कहा जाता है कि प्रदेश के गृह मंत्रालय और खुफिया विभाग ने महाविकास अघाड़ी (एमवीए) नेतृत्व को शिवसेना के बागी विधायकों के भाजपा शासित प्रदेश में जाने के बारे में सचेत नहीं किया।
अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दिलीप वालसे पाटिल के प्रति गंभीर नाराजगी व्यक्त की है। दिलीप वालसे पाटिल एनसीपी नेता और प्रदेश के गृह मंत्री हैं। सूत्रों ने बताया कि दिलीप वालसे पाटिल और जयंत पाटिल ने बुधवार को शरद पवार से मुलाकात की थी।
सूत्रों ने बताया कि शरद पवार बहुत ज्यादा परेशान हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी अपनी पार्टी के नेताओं को बताई। उन्होंने आश्चर्य जताया कि प्रदेश का खुफिया विभाग सरकार को सचेत क्यों नहीं कर सका ? खासकर जब मंत्रियों सहित इतनी बड़ी संख्या में विधायक ऐसा कदम उठाने वाले थे।
इसी बीच एक वरिष्ठ नेता ने नाम ने छापने की शर्त पर बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रोजाना ब्रीफिंग करते हैं। इसके अलावा गृह मंत्री को सभी महत्वपूर्ण घटनाक्रमों से अवगत कराया जाता है।
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे, एक मंत्री, तीन राज्य मंत्रियों समेत दो दर्जन से अधिक विधायकों के साथ सोमवार को मुंबई से सूरत के लिए रवाना हुए। लेकिन इसके बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय को कोई जानकारी नहीं थी। जबकि शरद पवार इस बार से हैरान थे कि जब इतनी बड़ी संख्या में शिवसेना के बागी विधायक एक राज्य से दूसरे राज्य जा रहे थे तो एमवीए नेतृत्व झपकी ले रहा था।