By आरती पांडेय | Jul 23, 2021
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मुस्लिम पक्ष ने हिंदू पक्ष को सावन के पहले एक बड़ी सौगात दी है। जिसमें काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के बीच एक बड़ी पहल हुई है। सावन से पहले मुस्लिम पक्षकारों ने मंदिर प्रशासन को ज्ञानवापी मस्जिद से सटी जमीन देने का फैसला किया है।
वाराणसी से सांसद बनने के बाद विश्वनाथ मंदिर पहुंचे प्रधानमंत्री ने यहां की व्यवस्था सुधारने की पहल शुरू की थी। इसी के बाद काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया। करीब साढ़े तीन सौ मकानों का अधिग्रहण करने के साथ पीएम मोदी ने खुद कॉरिडोर की आधारशीला रखी। तेज गति में बन रहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद के वक्फ बोर्ड की जमीन पर ही यहां कंट्रोल रूम बना था। कॉरिडोर की डिजाइन में इस स्थान पर सुरक्षा टावर बनना है। ऐसे में जमीन की जरूरत पर बात हुई।
मुस्लिम पक्ष ने दिल्लगी दिखाते हुए मंदिर को 1700 स्क्वायर फीट जमीन दे दी। मंदिर प्रशासन से प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस जमीन पर पहले कंट्रोल रूम बना था। साथ ही इसके बदले मंदिर प्रशासन ने मुस्लिम पक्ष को 1000 स्क्वायर फीट जमीन देने का फैसला किया है। फिलहाल ज्ञानवापी मस्जिद का मसला वाराणसी कोर्ट में अभी भी विचाराधीन रखा हुआ है।