काहिरा। तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुस्लिम बहुल देशों मिस्र एवं संयुक्त अरब अमीरात ने भी योगाभ्यास समारोहों का आयोजन किया और इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने योगासन किए। योग पिछले कुछ वर्षों में इन अरब देशों में काफी लोकप्रिय हुआ है। सबसे अधिक आबादी वाले देश मिस्र में इफ्तार से पहले बड़ी संख्या में लोग बैरन पैलेस में एकत्र हुए जहां उन्होंने पेशेवर प्रशिक्षकों के साथ योगाभ्यास किया। बैरन पैलेस हेलियोपोलिस में भारत से प्रेरित विशिष्ट ऐतिहासिक भवन है।
कार्यक्रम के दौरान मिस्र में भारत के राजदूत संजय भट्टाचार्य ने अपने भाषण में स्थानीय प्राधिकारियों और मिनिस्ट्री ऑफ एन्टीक्वीटीज का कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग करने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि भारतीय दूतावास ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बैरन पैलेस को इसलिए चुना क्योंकि यह मिस्र में एकमात्र ऐसी इमारत है जिसका वास्तुशिल्प भारतीय मंदिरों की तरह है। उन्होंने कहा कि रमजान की वजह से कार्यक्रम का आयोजन सुबह के बजाए शाम को किया गया।
भारतीय दूतावास ने काहिरा के अलावा इस्कंदरिया और इस्माइलिया में भी योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित किए। भारतीय राजदूत ने कहा कि मिस्र में योग का प्रशिक्षण देने वाले स्कूलों एवं केंद्रों की संख्या पिछले कुछ वर्षों में बढ़कर करीब 50 हो गई है। संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबु धाबी में आयोजित एक योग सत्र में 4000 से अधिक लोगों ने भाग लिया जहां विभिन्न योग संघों ने अपनी अलग अलग शैलियों का प्रदर्शन किया। इस दौरान लाफ्टर योग का भी आयोजन किया गया। 'योग हार्मनी विद नेचर' पर 25 मिनट की फिल्म दिखाई गई। भारतीय राजदूत नवदीप सूरी ने संस्कृति एवं ज्ञान विकास मंत्री शेख नहयान मुबारक अल नहयान और यूएई मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर टोलरेंस शेखा लुबना बिंत खालिद अल कासिमी का योग दिवस समारोह में शामिल होने के लिए शुक्रिया अदा किया।